इटावा: पूरे देश में फैले कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन घोषित किया गया है. इस लॉकडाउन में दुकान, उद्योग समेत धार्मिक स्थलों को भी बंद कर दिया गया था. वहीं सरकार ने लॉकडाउन-5 और अनलॉक-1 में 8 जून से धार्मिक स्थलों को खोलने की छूट दे दी है.
इसी के साथ जनपद में 75 दिन बाद धार्मिक स्थलों को खोला गया है. लेकिन कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए श्रद्धालु अब भी मंदिरों में जाने से डर रहे हैं. मंदिर में अभी सैनिटाइजर बैन किया गया है. लोगों का मानना है कि सैनिटाइजर अल्कोहल युक्त होता है इसलिए मंदिर में उपयोग नहीं किया जा सकता है.
मंदिरों में लोग मांगलिक कार्यक्रमों के लिए भी पहुंच रहे हैं. मंदिर के प्रबंधक ने बताया कि बहुत कम श्रद्धालु मंदिर में आ रहे हैं. मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. वहीं शासन ने मूर्तियों के स्पर्श और घंटा बजाने को लेकर रोक लगाई है. घंटों को कपड़ों से ढक कर और बांधकर रखा गया है.
मंदिर में भक्तों के हाथ धोने के लिए साबुन और पानी की व्यवस्था की गई है. मंदिर में अभी सैनिटाइजर बैन किया गया है. लोगों का मानना है कि सैनिटाइजर अल्कोहल युक्त होता है इसलिए मंदिर में उपयोग नहीं किया जा सकता है.