इटावा: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर दर्जनों गाड़ियां आपस में टकरा गईं. भीषण सड़क हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई. वहीं 8 लोग घायल हो गए. घायलों को सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया गया है. गलत दिशा से आ रहे डंपर की वजह से यह हादसा हुआ. डंपक में एक-एक कर कई गाड़ियां टकराती चली गईं. पुलिस ने क्रेनों की मदद से क्षतिग्रस्त वाहनों को हटवाया.
आपातकालीन गेट की वजह से हुआ हादसा
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर बने डिवाइडर में एक आपातकालीन गेट बनाया गया है. जो इमरजेंसी के लिए काम आता है. इसका प्रयोग पुलिसकर्मी करते हैं, लेकिन शुक्रवार की सुबह 7 बजे एक्सप्रेस-वे पर डंपर चालक ने जल्दी जाने के चक्कर में आपातकालीन गेट खोल दिया. ड्राइवर आगरा वाली लाइन से लखनऊ वाली लाइन पर जाने लगा जैसे ही वह लखनऊ वाली लाइन की तरफ मुड़ा तो आगरा की तरफ से आ रही तेज रफ्तार मछली से भरी हुई डीसीएम डंपर से जा टकराई. देखते ही देखते पीछे से आ रही एक और डीसीएम डंपर से टक्करा गई. कोहरा होने के कारण उसके पीछे आ रही अन्य गाड़ियां भी हादसे का शिकार होती चली गईं. करीब एक दर्जन गाड़ियां एक दूसरे से टकराती हुई हादसे का शिकार हो गईं.
किसानों ने की सहायता
आसपास के खेतों में काम कर रहे किसानों ने दुर्घटनाग्रस्त लोगों की मदद की. किसानों ने एक्सप्रेस वे अथॉरिटी को घटना की जानकारी दी और गाड़ियों में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश की. लेकिन गाड़ियां इतनी बुरी तरह से चकनाचूर हो चुकी थीं कि उसमें फंसे हुए लोगों को बिना उपकरणों के निकालना मुश्किल था. मौके पर पहुंची पुलिस और एक्सप्रेस वे सुरक्षाकर्मियों ने क्रेन बर्ड जेसीबी के माध्यम से फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला. घटना की गंभीरता को देखते हुए मौके पर ग्रामीण अपर पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह, क्षेत्राधिकारी चंद्रपाल सिंह मौके पर पहुंचे और घटना का जायजा लिया.
चैनल नंबर 132 पर हुई घटना
सैफई ट्रामा सेंटर के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर आदेश का कहना है कि सैफई में 11 लोगों को भर्ती कराया गया है, जिसमें 3 मृत हालत में आए थे और 8 लोग गंभीर घायल हैं, जिनमें से एक बच्चा और एक महिला सीरियस पोजीशन पर हैं. यह घटना चैनल नंबर 132 पर हुई थी.