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एटाः कांशीराम कॉलोनी का हाल बेहाल, दूषित जल से बीमार हुए कई लोग

उत्तर प्रदेश के एटा में इन दिन संक्रामक बीमारियों ने अपनी जड़ें जमा ली हैं. इन गंभीर बीमारियों ने कई लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है. जिले के पराग डेयरी स्थित कांशीराम आवासीय कॉलोनी में सबसे ज्यादा लोग इन बीमारियों की चपेट में हैं.

दूषित पानी ने फैलाई बीमारी.
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Published : Sep 19, 2019, 8:35 PM IST

एटा : पराग डेयरी स्थित काशीराम आवासीय कॉलोनी संक्रामक बीमारियों का गढ़ बन चुकी है. यहां दर्जनों लोग डायरिया और बुखार की चपेट में हैं. इन बीमारियों के चलते अब तक छह लोगों की मौत होने की बात भी सामने आ रही है. इन बीमारियों के फैलने का कारण दूषित जल को माना जा रहा है. इस कॉलोनी में पेयजल की व्यवस्था खराब होने से लोग गंदा पानी पीने को मजबूर हैं.

दूषित पानी ने फैलाई बीमारी.

दूषित पानी ने फैलाई बीमारी

  • कांशीराम आवासीय कॉलोनी में दर्जनों लोग बीमार पड़े हैं. सबसे बुरी स्थिति बच्चों की है.
  • स्वास्थ्य विभाग ने यहां की स्थिति को देखते हुए एक एंबुलेंस और चिकित्सकीय स्टॉप तैनात कर दिया है.
  • स्थानीय लोगों का आरोप है कि यहां पाइप लाइन टूटी होने के चलते घरों में गंदा पानी सप्लाई हो रहा है. गंदा पानी पीने से लोग बीमार पड़ रहे हैं.
  • पाइप लाइन के कुछ काम जिला प्रशासन की तरफ से कराए भी गए थे, लेकिन काम करने वाले महज खानापूर्ति कर चलते बने.

स्थानीय लोगों का ये है कहना

  • अख्तरी बताती हैं कि उनकी पोती बीमार पड़ी थी. उसे लेकर वह अस्पताल गईं, लेकिन वहां कोई सुनवाई नहीं हुई, जिससे उनकी बच्ची ने दम तोड़ दिया.
  • भूपेंद्र की माने तो बीमारी के चलते अब तक आधा दर्जन लोग अपनी जान गवा चुके हैं.

दो दिन पहले बहुत ही खतरनाक स्थिति थी. यहां लोग डायरिया बुखार और एलर्जी से परेशान थे. धीरे-धीरे अब नियंत्रण किया जा रहा है. यहां पर दूषित पानी की समस्या है.
डॉ. अजीत यादव

एटा : पराग डेयरी स्थित काशीराम आवासीय कॉलोनी संक्रामक बीमारियों का गढ़ बन चुकी है. यहां दर्जनों लोग डायरिया और बुखार की चपेट में हैं. इन बीमारियों के चलते अब तक छह लोगों की मौत होने की बात भी सामने आ रही है. इन बीमारियों के फैलने का कारण दूषित जल को माना जा रहा है. इस कॉलोनी में पेयजल की व्यवस्था खराब होने से लोग गंदा पानी पीने को मजबूर हैं.

दूषित पानी ने फैलाई बीमारी.

दूषित पानी ने फैलाई बीमारी

  • कांशीराम आवासीय कॉलोनी में दर्जनों लोग बीमार पड़े हैं. सबसे बुरी स्थिति बच्चों की है.
  • स्वास्थ्य विभाग ने यहां की स्थिति को देखते हुए एक एंबुलेंस और चिकित्सकीय स्टॉप तैनात कर दिया है.
  • स्थानीय लोगों का आरोप है कि यहां पाइप लाइन टूटी होने के चलते घरों में गंदा पानी सप्लाई हो रहा है. गंदा पानी पीने से लोग बीमार पड़ रहे हैं.
  • पाइप लाइन के कुछ काम जिला प्रशासन की तरफ से कराए भी गए थे, लेकिन काम करने वाले महज खानापूर्ति कर चलते बने.

स्थानीय लोगों का ये है कहना

  • अख्तरी बताती हैं कि उनकी पोती बीमार पड़ी थी. उसे लेकर वह अस्पताल गईं, लेकिन वहां कोई सुनवाई नहीं हुई, जिससे उनकी बच्ची ने दम तोड़ दिया.
  • भूपेंद्र की माने तो बीमारी के चलते अब तक आधा दर्जन लोग अपनी जान गवा चुके हैं.

दो दिन पहले बहुत ही खतरनाक स्थिति थी. यहां लोग डायरिया बुखार और एलर्जी से परेशान थे. धीरे-धीरे अब नियंत्रण किया जा रहा है. यहां पर दूषित पानी की समस्या है.
डॉ. अजीत यादव

Intro:एटा के पराग डेयरी स्थित काशीराम आवासीय कॉलोनी संक्रामक बीमारियों का गढ़ बन चुकी है। यहां दर्जनों लोग डायरिया व बुखार जैसी बीमारी की चपेट में है। जिनका इलाज चल रहा है। इन बीमारियों के चलते करीब 6 लोगों की मौत होने की बात भी सामने आ रही है। इन सब के पीछे का कारण यहां दूषित जल को माना जा रहा है। इस कॉलोनी में पेयजल की व्यवस्था खराब होने से लोग गंदा पानी पीने को मजबूर है।


Body:दरअसल पराग डेयरी स्थित कांशीराम आवासीय कॉलोनी में दर्जनों लोग बीमार पड़े हैं। सबसे बुरी स्थिति बच्चों की है। कई बच्चे आज भी घरों में बुखार से पीड़ित है। हालांकि स्वास्थ्य महकमे ने यहां की स्थिति को देखते हुए एक एंबुलेंस व चिकित्सकीय स्टॉप तैनात कर दिया है। उसके बाद भी लोगों की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही। स्थानीय लोगों का आरोप है कि यहां पाइप लाइन टूटी होने के चलते घरों में गंदा पानी सप्लाई हो रहा है। गंदे पानी को पीकर लोग बीमार पड़ रहे हैं। कई बार शिकायतों के बाद भी उनके यहां की समस्या जस की तस बनी हुई। पाइप लाइन के कुछ काम जिला प्रशासन की तरफ से कराए भी गए थे, लेकिन काम करने वाले महज खानापूर्ति कर चलते बने। इतना ही नहीं परेशान लोग तो यहां तक कह रहे हैं कि बीमारी के चलते जब वह अस्पताल जाते हैं। तो वहां पर उनकी सुनवाई नहीं होती। अख्तरी बताती हैं की उनकी पोती बीमार पड़ी थी। उसे लेकर वह अस्पताल गई। लेकिन वहां कोई सुनवाई नहीं हुई। वापस लौट के घर पर ही उनकी बच्ची ने दम तोड़ दिया।
बाइट:चन्दन ( स्थानीय निवासी)
बाइट:अख्तरी (स्थानीय निवासी)


Conclusion:स्थानीय निवासी भूपेंद्र की माने तो बीमारी के चलते बच्चे व वयस्क मिलाकर करीब आधा दर्जन लोगों ने अपनी जान गवा दी है। वही एंबुलेंस में तैनात डॉ अजीत यादव के मुताबिक 2 दिन पहले बहुत ही खतरनाक स्थिति थी। यहां लोग डायरिया बुखार व एलर्जी से परेशान थे। धीरे-धीरे अब नियंत्रण किया जा रहा है। उन्होंने भी माना कि यहां पर दूषित पानी की समस्या है।
बाइट: भूपेंद्र ( स्थानीय निवासी)
बाइट: डॉ अजीत यादव
पीटूसी
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