एटाः जिले में गाय को आवारा पशु बताने पर हिंदूवादी संगठनों ने शुक्रवार को नगर पालिका परिषद के ईओ (EO) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ईओ ने जारी पत्र में गाय को आवारा पशु बताया है. जिसके बाद हिंदूवादी संगठन विरोध कर रहे हैं. संगठन के सदस्यों ने जिलाधिकारी से ईओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
बता दें कि पहले 14 सभासद ईओ दीप कुमार वार्ष्णेय पर भ्रटाचार के आरोप लगाते हुए धरने पर बैठे थे. वहीं अब ईओ द्वारा जारी किए गए एक लेटर में गाय को आवारा पशु लिखे जाने को लेकर हिंदूवादी संगठनों ने विरोध शुरू कर दिया है. विश्व हिंदू परिषद के विभागाध्यक्ष अरविंद सिंह चौहान ने बताया कि 19 जून को ईओ द्वारा एक पत्र जारी किया गया है. जिसमें गाय, सांड, कुत्ता, बंदर, सुअर आदि आवारा जानवरों को शहर से बाहर छोड़ने की बात कही गई है.
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अरविंद सिंह चौहान ने कहा कि ईओ की ओर से जारी पत्र में गाय को आवारा जानवर कहने की बात की हम घोर निंदा करते हैं. गाय हिंदू समाज के लिए पूज्यनीय है, जिसके लिए सरकार लगातार गोशालाएं बनवा रही है. पूर्व जिलाधिकारी ने ईओ को गायों को गोशाला में पहुंचाने के लिए निर्देशित किया था. इसके बावजूद ईओ गोवंशों की गिनती आवारा पशुओं में कर रहे हैं. जो बहुत शर्म की बात है, यह अपमान हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. अरविंद चौहान ने कहा कि शुक्रवार को विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर ईओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे. इसके बाद भीअगर उचित नहीं कार्रवाई हुई तो विरोध-प्रदर्शन करेंगे. वहीं, इस मामले में ईओ दीप कुमार वार्ष्णेय को फोन किया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.