एटा: जिले में एक दुराचार पीडिता के अपहरण का मामला सामने आया है. पीड़िता मामले के मुकदमे में गवाही ना दे पाए इसलिए आरोपियों ने उसका अपहरण कराया था. दुराचार पीड़िता को पुलिस ने राजस्थान से बरामद कर लिया है. बता दें कि पीड़िता के अपहरण के लिए आरोपियों ने अपहरणकर्ताओं को 30 हजार रुपये दिए थे.
जानें क्या था पूरा मामला
- मामला जिले के अलीगंज थाना क्षेत्र के ग्राम मोहम्मद नगर बझेरा का है.
- दुराचार के मामले में न्यायालय में पीड़िता गवाही ना दे पाए इसलिए आरोपियों ने उसका अपहरण करवा दिया.
- पुलिस ने राजस्थान से किशोरी को बरामद कर लिया है.
- वहीं अपहर्ता को सम्बन्धित धाराओं में जेल भी भेज दिया गया.
- पुलिस ने महिला थाने में दुराचार पीड़िता के 161 के बयान दर्ज करवाए हैं.
बीते वर्ष 26 जून 2018 को अलीगंज के ग्राम मोहम्मद नगर बझेरा निवासी ग्राम प्रधान कमालुददीन पुत्र बशीर खां ने एक अन्य साथी के साथ मिलकर नाबालिग किशोरी के दुराचार किया था. मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही आरोपी तथा उसके परिजन किशोरी तथा उसके परिवारीजनों से मुकदमा वापसी तथा बयान बदलने आदि की धमकियां दे रहे थे. उनके ना मानने पर आरोपियों ने किशोरी का अपहरण करवा दिया. 11 जून 2019 को दोपहर ढाई बजे किशोरी खेत में शौच के लिए गई थी तभी उसका अपहरण कर लिया गया. प्राथमिकी में प्रधान के भाई शरीफ, सलीम, जमालुददीन तथा मुकेश के नाम दर्ज कराए गए थे.
राजस्थान से किया गया बरामद
इंस्पेक्टर पंकज कुमार मिश्रा ने घटना को गंभीरता से लेते हुए किशोरी की बरामदगी के लिए कई टीमें गठित की. सर्विलांस टीम के जरिए मोबाइल की लोकेशन के आधार पर अलीगंज से लगभग 900 किलो मीटर दूर स्थित राजस्थान के जनपद हनुमानगढ़ से किशोरी को बरामद किया गया. वहीं अपहर्ता कन्हैया पुत्र फकीरे लाल निवासी ग्राम सथरा थाना उसहैत जनपद बदायूं को हिरासत में ले लिया गया है. पुलिस ने अपहर्ता को अपहरण की धाराओं में जेल भेजा है.
वहीं किशोरी ने प्रधान के भाई पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुझे 30 हजार में बेचा था. प्रधान के भाई सलीम और शरीफ ने मेरा अपहरण किया था और कन्हैया को 30 हजार रूपए में बेच दिया था. मुझे कई स्थानों पर रखा गया था. आरोपी चाहते थे कि मैं न्यायालय में गवाही ना दे सकूं.