एटा: गैंगस्टर समेत कई मामलों में फरार चल रहे सपा नेता और पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने रामेश्वर सिंह यादव को गुरुवार की शाम आगरा से गिरफ्तार किया है. इसके बाद शुक्रवार की सुबह न्यायालय के आदेश पर रामेश्वर सिंह यादव को जेल भेज दिया गया है. पुलिस रामेश्वर सिंह यादव की तलाश में करीब एक महीने से दबिश दे रही थी.
बता दें कि अलीगंज विधानसभा से समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव और उनके भाई एटा के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव पर नगर कोतवाली में गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया गया था. कोतवाली देहात पुलिस इस मामले की विवेचना कर रही थी. इसके अलावा कुछ अन्य मामलों में भी कोतवाली नगर, कोतवाली देहात और जैथरा पुलिस सपा नेताओं की तलाश में कर रही थी. जिसके बाद एटा पुसिल ने गुरुवार की देर शाम रामेश्वर सिंह यादव को आगरा से गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस के मुताबिक रामेश्वर सिंह यादव के भाई जुगेंद्र सिंह अभी फरार हैं. पुलिस उनकी तलाश में संदिग्ध जगहों पर दबिश दे रही है. हालांकि जिला पंचायत चुनाव से पहले ही दोनों नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पूरी हो चुकी थी. प्रदेश में बीजेपी की सरकार दोबारा बनने के बाद से उन पर शिकंजा कसा जा रहा है. उनके खिलाफ जमीनों पर अवैध कब्जे के मुकदमे लिखे गए थे. जिसके बाद 18 अप्रैल दोनों भाइयों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया.
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इसमें रामेश्वर सिंह को गैंग लीडर और जुगेंद्र सिंह को गिरोह का सक्रिय सदस्य दर्शाया गया है. इसके बाद से दोनों नेताओं के ठिकानों पर पुलिस की दबिश का सिलसिला शुरू हो गया. लेकिन दोनों नेता न तो गिरफ्तार हुए और न ही अदालत में हाजिर हुए. इसको लेकर 31 मई को गैंगस्टर अधिनियम न्यायालय से उनके खिलाफ धारा 82 के तहत कुर्की की कार्रवाई के लिए नोटिस जारी किया गया. दोनों नेताओं के एटा, जैथरा और अलीगंज स्थित आवास और प्रतिष्ठानों पर नोटिस चस्पा किए गए.
एसएसपी उदय शंकर सिंह ने बताया कि रामेश्वर सिंह यादव के खिलाफ 77 मुकदमें दर्ज हैं. आगरा पुलिस के सहयोग से सिकंदरा थाना क्षेत्र से उसे गिरफ्तार किया गया है. रामेश्वर सिंह और उनके भाई जुगेंद्र सिंह पर 18 अप्रैल को गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था.
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