देवरिया: महिला फरियादी के सामने अश्लील हरकत करने वाले थानेदार को एसओजी ने बस्ती जिले से गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही आरोपी इंस्पेक्टर भीष्मपाल सिंह यादव को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है. एसपी ने थानेदार को पहले ही सस्पेंड कर दिया था. आरोपी थानेदार भीष्म पाल सिंह के खिलाफ उसके ही थाने में ही एफआईआर दर्ज की गई थी. इसके अलावा पुलिस ने आरोपी थानेदार पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया था.
आरोपी इंस्पेक्टर पर था 25 हजार का इनाम
भटनी पुलिस स्टेशन का एक वीडियो वायरल होने के बाद जिले के पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. इस वीडियो में भटनी थाने में तैनात आरोपी एसओ भीष्म पाल सिंह महिला फरियादी के सामने आश्लील हरकत करता नजर आ रहा था.
भटनी थाने में तैनात थानाध्यक्ष भीष्म पाल सिंह यादव का वीडियो वायरल होने के पहले ही उसे लापरवाही के आरोप में निलंबित किया गया था. वहीं मंगलवार को थानाध्यक्ष का अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस कप्तान डॉ. श्रीपति मिश्र ने उनके खिलाफ भटनी थाने में ही मुकदमा दर्ज करने का आदेश दे दिया था. इसके बाद भीष्म पाल सिंह यादव के खिलाफ भटनी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था. जिसके बाद से वो फरार चल रहा था. आरोपी इंस्पेक्टर भीष्म पाल सिंह मूल रूप से एटा का रहने वाला है. बुधवार की सुबह पुलिस कप्तान श्रीपति मिश्र ने आरोपी एसओ भीष्म पाल सिंह पर 25 हजार का इनाम घोषित करते हुए उसकी जल्द गिरफ्तारी करने का आदेश दिया था.
पीड़िता का कहना है कि वह जमीन विवाद की शिकायत लेकर गई थी, लेकिन पुलिस की ओर से ही इस तरह की हरकत की जा रही थी. पीड़िता ने न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि अगर पुलिस ही इस तरह की हरकतें करेगी तो आम लोग क्या करेंगे.
क्या है पूरा मामला
भटनी थाना क्षेत्र में 22 जून को जमीन विवाद के मामले में पीड़िता अपने मां के साथ प्रार्थना पत्र लेकर करीब 12 बजे थाने पहुंची थी. वहां भटनी थानाध्यक्ष भीष्म पाल सिंह अपने कार्यालय में बैठा था. पीड़िता और उसकी मां अपना प्रार्थना पत्र लेकर कार्यालय में प्रवेश किए और अपने भूमि विवाद के सम्बन्ध में थानाध्यक्ष को बताया. इसके बाद थानाध्यक्ष ने पीड़िता और उसकी मां को कुर्सी पर बैठने को कहा. पीड़िता के प्रार्थना पत्र को लेकर थानाध्यक्ष पढ़ने लगा. इसी दौरान थानाध्यक्ष ने भूमि विवाद के संबंध में पीड़िता से बात करते-करते अश्लील हरकतें शुरू कर दी. इसका वीडियो पीड़िता ने बनाकर अपने परिवार के अन्य सदस्यों को दिखाया और पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति के माध्यम से मोबाइल पर फॉरवर्ड कर दिया.
डीआईजी ने आरोपी थानेदार को किया बर्खास्त
पुलिस अधीक्षक श्रीपति मिश्र का कहना था कि आरोपी इंस्पेक्टर भीष्मपाल सिंह यादव मुकदमा दर्ज होने के बाद फरार हो गया था. उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस व एसओजी टीमें लगाई गईं थी. आरोपी थानेदार पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था. बुधवार की शाम उसे बस्ती के हरैया बैरियर के पास से गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस उप महानिरीक्षक गोरखपुर परिक्षेत्र ने आरोपी इंस्पेक्टर को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है.