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देवरियाः कोविड-19 अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर की कोरोना से मौत - देवरिया कोरोना के मरीज

यूपी के देवरिया जिले में कोरोना ने एक और जिंदगी लील ली. जिला अस्पताल के कोविड-19 प्रभारी डॉक्टर की कोरोना से मौत हो गई. इनका इलाज बीआरडी मेडिकल कॉलेज में चल रहा था. सोमवार को उनकी मौत की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में शोक की लहर दौड़ गई.

कोरोना से डॉक्टर की मौत
कोरोना से डॉक्टर की मौत
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Published : Aug 31, 2020, 5:19 PM IST

देवरियाः बाबू मोहन सिंह जिला अस्पताल के कोविड-19 के प्रभारी डॉ. राजीव रंजन की कोरोना से मौत हो गई. उनका इलाज बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में चल रहा था. सोमवार की सुबह उनकी मौत की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में शोक की लहर दौड़ गई.

रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के रामचक गांव के रहने वाले डॉ. राजीव रंजन रुद्रपुर सीएचसी में तैनात थे. मार्च में उन्हें कोविड-19 का प्रभारी बना कर जिला मुख्यालय अटैच कर दिया गया था. कोविड-19 के प्रभारी बनने के बाद वह जिला मुख्यालय के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में लगे थे. उनकी मेहनत से कोरोना संक्रमित मरीज काफी ठीक भी हुए थे.

इलाज के दौरान वह 19 अगस्त को जांच में कोरोना संक्रमित पाए गए. जिसके बाद वह अपने को होम क्वरंटाइन कर लिया, लेकिन 22 अगस्त को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने लगी. तब उनको बाबू मोहन सिंह जिला अस्पताल के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती किया गया. उसके बावजूद उनकी तबीयत और बिगड़ने लगी. जिसके बाद उनको बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर कर दिया गया. वहां भी उनकी हालत ठीक नहीं रही और सोमवार की सुबह उनकी मौत हो गई.

डॉक्‍टर की मौत की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया. इस दौरान सीएमओ आलोक पाण्डेय ने बताया कि कोरोना की गाइडलाइंस के अनुसार चिकित्सक का अंतिम संस्कार किया जाएगा.

देवरियाः बाबू मोहन सिंह जिला अस्पताल के कोविड-19 के प्रभारी डॉ. राजीव रंजन की कोरोना से मौत हो गई. उनका इलाज बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में चल रहा था. सोमवार की सुबह उनकी मौत की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में शोक की लहर दौड़ गई.

रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के रामचक गांव के रहने वाले डॉ. राजीव रंजन रुद्रपुर सीएचसी में तैनात थे. मार्च में उन्हें कोविड-19 का प्रभारी बना कर जिला मुख्यालय अटैच कर दिया गया था. कोविड-19 के प्रभारी बनने के बाद वह जिला मुख्यालय के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में लगे थे. उनकी मेहनत से कोरोना संक्रमित मरीज काफी ठीक भी हुए थे.

इलाज के दौरान वह 19 अगस्त को जांच में कोरोना संक्रमित पाए गए. जिसके बाद वह अपने को होम क्वरंटाइन कर लिया, लेकिन 22 अगस्त को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने लगी. तब उनको बाबू मोहन सिंह जिला अस्पताल के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती किया गया. उसके बावजूद उनकी तबीयत और बिगड़ने लगी. जिसके बाद उनको बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर कर दिया गया. वहां भी उनकी हालत ठीक नहीं रही और सोमवार की सुबह उनकी मौत हो गई.

डॉक्‍टर की मौत की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया. इस दौरान सीएमओ आलोक पाण्डेय ने बताया कि कोरोना की गाइडलाइंस के अनुसार चिकित्सक का अंतिम संस्कार किया जाएगा.

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