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कानपुर में 148 परिवारों से 81 लाख की ठगी, 18 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज - FRAUD IN KANPUR

कानपुर में जालसाजों ने 148 परिवारों से ठगी की है. ठगों ने 7000 से 19 हजार रुपये हर महीने कमाने का झांसा दिया था.

कानपुर में धोखाधड़ी.
कानपुर में धोखाधड़ी. (Photo Credit : ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 21, 2025, 3:50 PM IST

कानपुर : चकेरी थाना क्षेत्र में एड देखो कंपनी के नाम पर शातिर ठगों ने 148 परिवारों से 81 लाख रुपये की ठगी कर डाली. इस मामले में छह नामजद और 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है. पुलिस आरोपियों की जल्द गिरफ्तार करने की बात कह रही है.


चकेरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाले अनिल कुमार सेमत, मालती देवी, जय श्रीवास्तव, सुरेंद्र श्रीवास्तव, दीपाली, रुचि राजपूत, रीना चौरसिया, मिथिलेश चंद्र बाजपेई, रमेश सिंह भदोरिया आदि का कहना है कि कंप्यूटर साइबर कैफे चलाने वाला एजेंसी हेड नीरज कुशवाहा अपने मोबाइल में स्टेटस लगाकर कंपनी का प्रचार करता था. इसमें दीवाली ऑफर का विज्ञापन दिखाया जाता था. सुमित कुशवाहा मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव कंपनी के अधिकारी होने के बात कहता था.

वह घर, दुकान, ऑफिस में एक स्मार्ट एलईडी टीवी लगावाकर 7000 रुपये प्रति महीने से 19 हजार 500 रुपये तक हर महीने कमाने का ऑफर देता था. इसमें टीवी उन लोगों के द्वारा ही उपलब्ध कराया जाता था. इसके एवज में हर व्यक्ति को 35 हजार से एक लाख रुपये बैंक ऑफ महाराष्ट्र शाखा झोठावारा कल्याणकुंज कांता चौराहा कलवल रोड जयपुर में देना होता था. इसके लिए ऐड देखो कंपनी के संजय नामक व्यक्ति से अनुबंध पत्र बनवाया जाता था.


पीड़ितों के मुताबिक नीरज बताता था कि कंपनी का सर्वर लगा हुआ है. पार्टी को सिर्फ लोकल टीवी उनके घर पर लगा दिया जाता था. जिसे प्रतिदिन 6 घंटे और महीने में 20 दिन टीवी को चलाना होगा. इसके एवज में कंपनी की ओर से 14 हजार 500 रुपये प्रतिमाह 5 साल तक दिया जाएगा. आपकी स्मार्ट एलईडी सर्वर के माध्यम से प्रचार करवाएगी. आपको सिर्फ ऑन और ऑफ करना होगा. पीड़ितों के अनुसार विश्वास में लेकर करीब 148 पीड़ित परिवार के लोगों से 81 लाख रुपये जमा करा लिए. ठगी का एहसास होने पर उन्होंने अपने रुपये वापस मांगे, तो आरोपी कार्यालय बंदकर भाग निकले.

चकेरी थाना प्रभारी संतोष कुमार शुक्ला ने बताया कि पुलिस कमिश्नर के आदेश पर अनिल कुमार व अन्य की तहरीर पर नीरज कुशवाहा, सुमित कुशवाहा, प्रकाश चंद्र पारीक, स्टांप विक्रेता, पूजा, हरि ओम, योगेश और 10 से 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ कई अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है. मामले की गहनता से जांच पड़ताल की जा रही है.

यह भी पढ़ें : ये पीतल को बना देते थे 'सोना', ट्रिक आपको भी कर देगी हैरान - धोखे से बेचा पीतल बेचा सोने के भाव

यह भी पढ़ें : कानपुर: नौकरी लगवाने के नाम लाखों की ठगी, जांच में जुटी पुलिस - नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी

कानपुर : चकेरी थाना क्षेत्र में एड देखो कंपनी के नाम पर शातिर ठगों ने 148 परिवारों से 81 लाख रुपये की ठगी कर डाली. इस मामले में छह नामजद और 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है. पुलिस आरोपियों की जल्द गिरफ्तार करने की बात कह रही है.


चकेरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाले अनिल कुमार सेमत, मालती देवी, जय श्रीवास्तव, सुरेंद्र श्रीवास्तव, दीपाली, रुचि राजपूत, रीना चौरसिया, मिथिलेश चंद्र बाजपेई, रमेश सिंह भदोरिया आदि का कहना है कि कंप्यूटर साइबर कैफे चलाने वाला एजेंसी हेड नीरज कुशवाहा अपने मोबाइल में स्टेटस लगाकर कंपनी का प्रचार करता था. इसमें दीवाली ऑफर का विज्ञापन दिखाया जाता था. सुमित कुशवाहा मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव कंपनी के अधिकारी होने के बात कहता था.

वह घर, दुकान, ऑफिस में एक स्मार्ट एलईडी टीवी लगावाकर 7000 रुपये प्रति महीने से 19 हजार 500 रुपये तक हर महीने कमाने का ऑफर देता था. इसमें टीवी उन लोगों के द्वारा ही उपलब्ध कराया जाता था. इसके एवज में हर व्यक्ति को 35 हजार से एक लाख रुपये बैंक ऑफ महाराष्ट्र शाखा झोठावारा कल्याणकुंज कांता चौराहा कलवल रोड जयपुर में देना होता था. इसके लिए ऐड देखो कंपनी के संजय नामक व्यक्ति से अनुबंध पत्र बनवाया जाता था.


पीड़ितों के मुताबिक नीरज बताता था कि कंपनी का सर्वर लगा हुआ है. पार्टी को सिर्फ लोकल टीवी उनके घर पर लगा दिया जाता था. जिसे प्रतिदिन 6 घंटे और महीने में 20 दिन टीवी को चलाना होगा. इसके एवज में कंपनी की ओर से 14 हजार 500 रुपये प्रतिमाह 5 साल तक दिया जाएगा. आपकी स्मार्ट एलईडी सर्वर के माध्यम से प्रचार करवाएगी. आपको सिर्फ ऑन और ऑफ करना होगा. पीड़ितों के अनुसार विश्वास में लेकर करीब 148 पीड़ित परिवार के लोगों से 81 लाख रुपये जमा करा लिए. ठगी का एहसास होने पर उन्होंने अपने रुपये वापस मांगे, तो आरोपी कार्यालय बंदकर भाग निकले.

चकेरी थाना प्रभारी संतोष कुमार शुक्ला ने बताया कि पुलिस कमिश्नर के आदेश पर अनिल कुमार व अन्य की तहरीर पर नीरज कुशवाहा, सुमित कुशवाहा, प्रकाश चंद्र पारीक, स्टांप विक्रेता, पूजा, हरि ओम, योगेश और 10 से 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ कई अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है. मामले की गहनता से जांच पड़ताल की जा रही है.

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