लखनऊ: इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) ने अपने जनवरी सत्र से छात्रों के लिए साइबर लॉ, क्रिमिनल जस्टिस व पीजी डिप्लोमा इन पैरालीगल प्रैक्टिस का कोर्स शुरू किया है. यूनिवर्सिटी ने जनवरी सत्र से पीजी डिप्लोमा कोर्स की शुरुआत की है. इन कोर्स में प्रवेश की अंतिम तिथि 31 जनवरी निर्धारित की गई है.
साइबर लॉ पढ़ने का बेहतर मौका: साइबर लॉ पाठ्यक्रम उन युवाओं के लिए अच्छा विकल्प है, जो साइबर लॉ अनुसंधान, आईटी से संबंधित भूमिकाओं या संगठनों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों में कानूनी सलाहकार के रूप में करियर की तलाश कर रहे हैं. इसमें विद्यार्थी साइबर अपराध से निपटना, इंटरनेट के माध्यम से की जाने वाली धोखाधड़ी से बचाव आदि सीख सकेंगे. पाठ्यक्रम की पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम से होगी. किसी भी विषय से स्नातक वाले विद्यार्थी प्रवेश ले सकते हैं. इसका शुल्क 8400 रुपये एवं 300 रुपये पंजीकरण के लिए देना होगा. कोर्स की अवधि न्यूनतम छह माह और अधिकतम दो वर्ष है.
पीजी डिप्लोमा इन क्रिमिनल जस्टिस : इस कोर्स में पेशेवर और ग्रेजुएशन कर चुके छात्रों के लिए करियर बनाने का मौका मिलेगा. कोर्स की न्यूनतम अवधि 1 वर्ष और अधिकतम 3 वर्ष होगी. इसमें पुलिस अधिकारी, कर्मचारी, अधिवक्ता, डॉक्टर, सेना के जवान, विशेष एजेंसियां और गैर सरकारी संगठन के पेशेवर के साथ ही न्याय प्रणाली, अपराध व कानून को समझने में रुचि रखने वाले प्रवेश ले सकते हैं. इसके लिए विश्वविद्यालय की तरफ से 10800 रुपए फीस निर्धारित की गई है.
पीजी डिप्लोमा इन पैरा लीगल प्रैक्टिस: ओपन यूनिवर्सिटी ने पहली बार पैरा लीगल प्रैक्टिस में डिप्लोमा प्रोग्राम की शुरुआत की है. ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग के रूप में डिजाइन किया गया यह पेशेवर स्नातकोत्तर डिप्लोमा अंग्रेजी और हिंदी, दोनों में उपलब्ध है. इसमें 12वीं उत्तर्णी अभ्यर्थी प्रवेश ले सकते हैं. इस कोर्स में विद्यार्थियों को पैरा लीगल कौशल से लैस करना है, जिससे उन्हें भारतीय कानूनी प्रणाली को प्रभावी ढंग से समझने का मौका मिलेगा. शुल्क 8,400 रुपये है.
इग्नू के वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अनिल कुमार मिश्रा के मुताबिक ओपन यूनिवर्सिटी लगातार छात्रों के लिए नए कोर्स शुरू कर रहा है. इसी क्रम में अब छात्र- छात्राएं साइबर लॉ, क्रिमिनल जस्टिस और पीजी डिप्लोमा इन पैरालीगल प्रैक्टिस कोर्स की पढ़ाई भी कर सकेंगे. इनमें प्रवेश शुरू हो गए हैं.