देवरिया: पुलवामा में हुए आतंकी हमले में छपिया जयदेव के जवान शहीद विजय कुमार मौर्य का पार्थिव शरीर उनके गांव लाया गया. इस दौरान उनकी पत्नी शव को देख बेसुध हो गईं. वहीं जिलाधिकारी अमित किशोर शहीद की पत्नी को ढांढस बढ़ाने के लिए आगे बढ़े लेकिन इस दौरान वो खुद भावुक हो गए और अपने आंशु नहीं रोक सके.
शहीद की पत्नी को समझाने गए डीएम हुए भावुक. शहीद विजय कुमार मौर्य का पार्थिव शव उनके पैतृक गांव छपिया जयदेव लाया गया. इस दौरान शहीद के घर हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे. यहां मौजूद लोग भारत मां के इस लाल को देखने के लिये उत्सुक थे. वहीं पाकिस्तान की ओर से किए गए इस घिनौने कृत्य से ग्रामीण काफी आक्रोशित थे. इस दौरान पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए गए. वहीं शहीद विजय कुमार मौर्य की पत्नी ने जब अपने पति के अंतिम दर्शन किए तो बेसुध हो कर रोती रहीं.
इस दौरान जिलाधिकारी अमित किशोर शहीद की पत्नी विजय लक्ष्मी को ढाढस बढ़ाने के लिये आगे आए. वहीं शहीद की पत्नी को रोता देख जिलाधिकारी अमित किशोर खुद को रोक न सके और भावुक हो गये. वहीं जिलाधिकारी अपने आशुओं को रोक नहीं पाए. उन्होंने शहीद की पत्नी को हर सम्भव मदद देने का आश्वासन दिया.