देवरिया: जिले में कोरोना संक्रमितों की स्थिति खराब हो चुकी है. मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है. अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी है. लोग अपनी आंखों के सामने परिजनों को तड़पता हुआ देख रहे हैं लेकिन लाचार हैं. ऐसा ही एक मामला जिले के एक डिप्टी एसपी की पत्नी का है जो अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से जिंदगी और मौत से जूझ रही हैं.
अधिकारियों से मांग रहे हैं मदद
डिप्टी एसपी बेवस व मजबूर होकर अपनी पत्नी को बचाने के लिये आलाधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं. डिप्टी एसपी इन दिनों कोविड अस्पताल के बाहर पत्नी के ठीक होने की उम्मीद में खड़े हैं. उन्होंने ईटीवी भारत से अपनी परेशानी साझा की. जिले में यदि पुलिस अधिकारियों को इलाज नहीं मिल पा रहा है तो आम लोगों की स्थिति को समझा जा सकता है.
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सीएमओ ने दी जानकारी
जब आक्सीजन और रेमेडेसिवीर इंजेक्शन के बारे में ईटीवी भारत ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आलोक पाण्डेय से फोन पर बात की तो उनका कहना था कि जिले में पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन व रेमेडेसिवीर इंजेक्शन की व्यवस्था की गई है. उन्होंने किसी भी प्रकार की कमी से इनकार किया. अगर मुख्य चिकित्सा अधिकारी सच कह रहे हैं तो आखिर एक पुलिस अधिकारी को अपनी पत्नी की जान बचाने के लिए दर-दर की ठोकरें क्यों खानी पड़ रही है?