चित्रकूट: जिला कारागार में कैदी मेराज की हत्या को उसके बड़े भाई अब्दुल कलाम ने साजिश बताया है. मेराज के परिजनों ने दावा किया है कि घटना को लेकर पहले ही आशंका जाहिर किया गया था. इस संबंध में 22 मार्च को वाराणसी मंडल के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर मेराज की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की गई थी. अब्दुल कलाम ने आरोप लगाते कहा कि जब कहीं कोई दिक्कत या शिकायत ही नहीं थी. तब उनके भाई को चित्रकूट क्यों शिफ्ट किया गया था.
क्या कहा भाई ने?
अब्दुल कलाम ने बताया कि आज तक किसी ने उसके भाई (मेराज) के ऊपर शिकायत दर्ज नहीं कराई. मेराज का हमेशा से नेताओं से विरोध रहा. शासन ने जबरदस्ती उसे आरोपी सिद्ध किया.
अब्दुल कलाम ने बताया कि मेराज को छोड़कर उसके और 4 भाई हैं. जो अलग-अलग प्रतिष्ठित पद पर है. उनका एक भाई पुलिस क्षेत्राधिकारी से रिटायर्ड हैं. एक सब इंस्पेक्टर से रिटायर्ड हैं. एक भाई दीवान है और अब्दुल कलाम खुद रेलवे से चीफ पार्सल सुपरवाइजर से रिटायर हैं. अच्छे घर से होने के बावजूद उन्हें कुछ लोगों द्वारा साजिशन फंसाया गया और इसका भी खुलासा समय आने पर करने का दावा अब्दुल कलाम ने किया.
कैसे हुआ गोलीकांड?
चित्रकूट जिला जेल में शुक्रवार को कुख्यात अपराधी अंशु दीक्षित ने पश्चिमी यूपी के बदमाश मुकीम काला और बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के खासम खास मेराजुद्दीन (मेराज अली) की गोली मारकर हत्या कर दी. जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने अंशु दीक्षित को एनकाउंटर में मार गिराया.
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