बुलंदशहर: जिले के थाना रामघाट में तैनात दारोगा यशपाल सिंह ने खाकी का रौब दिखाकर एक व्यापारी को थाने में बिठा लिया. इतना ही नहीं उससे 20 हजार रुपये की रिश्वत भी ले ली, जिसके बाद पीड़ित ने इस बारे में उच्चाधिकारियों को बताया. एसएसपी ने इसकी जांच एसपी देहात से कराई और अब उसके बाद दारोगा को निलंबित कर दिया गया.
वहीं पीड़ित की मानें तो थाना रामघाट में तैनात एसआई यशपाल सिंह ने कपड़ा व्यापारी को खाकी का रौब दिखाते हुए गाड़ी में जबरदस्ती बैठा लिया. फिर थाने में ले जाकर झूठे केस में मुकदमा पंजीकृत कराने की धमकी दी. कपड़ा व्यापारी ने अपने साथ हुई घटना को उच्चाधिकारियों के समक्ष रखा जिसके बाद एसएसपी ने इस मामले की गहनता से जांच एसपी देहात हरेंद्र कुमार से कराई, जिसके बाद दारोगा यशपाल सिंह पर लगाए गए आरोप सही पाए गए. उपनिरीक्षक यशपाल सिंह को तत्काल प्रभाव से एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने निलंबित कर दिया.
दारोगा ने काफी प्रताड़ित किया साथ ही गंभीर आरोप भी लगाए कि चरस और गांजे की सप्लाई क्षेत्र में करते हो, जबकि मेैं बार-बार दारोगा से कहता रहा कि एक कपड़ा व्यापारी हूं और लॉकडाउन के चलते उनकी दुकान बंद है.
आशीष अग्रवाल, पीड़ित