बुलंदशहर: जिले में एक दारोगा पर नाबालिग किशोरी ने गंभीर आरोप लगाए हैं. दरअसल संदिग्ध परिस्थितियों में घर से गायब होने के 23 दिन बाद बरामद हुई किशोरी ने दारोगा पर आरोप लगाते हुए एसएसपी से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है. मामले की जांच एसएसपी ने सीओ को सौंप जांच में लापरवाही बरतने पर दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया है.
बुलंदशहर जिले के ककोड़ थाने में तैनात एक दारोगा पर नाबालिग किशोरी ने गम्भीर आरोप लगाते हुए एसएसपी को शिकायती पत्र दिया है. तीन अगस्त को किशोरी नाटकीय ढंग से घर से गायब हो गई थी, जिसके अगवा होने की रिपोर्ट तीन दिन बाद किशोरी के पिता ने ककोड़ कोतवाली में दर्ज कराई थी. मामले की जांच एसआई राजबहादुर राठी को सौंपी गई थी और 26 अगस्त को किशोरी को बरामद कर लिया गया था.
किशोरी का आरोप है कि उसके पड़ोस में रहने वाली दो लड़कियों ने बताशे में नशीला पदार्थ खिला दिया था, जिसके बाद वह बेहोश हो गई. उसे कार में डालकर अगवा कर लिया गया था. किशोरी ने एसएसपी को दिए शिकायती पत्र में लिखा है कि एक युवक उसे अन्य जिले में ले गया और 23 दिन तक रखा. किशोरी का आरोप है कि पुलिस ने उसका मेडिकल नहीं कराया और मेडिकल कराने के नाम पर जांच अधिकारी ने एक रात सोने की बात कही, जिसकी शिकायत पीड़िता ने एसएसपी से की है.
एसएसपी सन्तोष कुमार सिंह की मानें तो 26 अगस्त को किशोरी के बरामद होने पर 161 के और 27 अगस्त को न्यायालय में 164 के बयान दर्ज कराए गए थे, जिसमें किशोरी ने न्यायालय में माता-पिता की डांट से तंग होकर स्वयं घर से जाने का दावा किया था.
किशोरी अब दारोगा पर जो गंभीर आरोप लगा रही है, इसके साक्ष्य पुलिस को नहीं मिले हैं. लेकिन जांच के दौरान 23 दिन किशोरी किसके साथ रही जांच अधिकारी ने उसको नहीं पकड़ा और मामला एक्स्पंज कर दिया. जांच में इस लापरवाही पर आरोपी दारोगा को लाइन हाजिर किया गया है और किशोरी के आरोपों की जांच सीओ को सौंपी गई है.
सन्तोष कुमार सिंह, एसएसपी