बुलंदशहर: अब वीआईपी बनना भी कोई आम बात नहीं है, यही वजह है कि अब सरकार ने शौकीन लोगों के लिए भी दरें बढ़ा दी हैं. ये दरें बढ़ाई गई हैं, नए नियम लागू होने के बाद वाहनों के पसंदीदा नम्बर्स लेने पर. अगर आप अपने वाहन पर एक अट्रैक्टिव नम्बर चाहते हैं तो न सिर्फ आपको नीलामी प्रक्रिया से गुजरना होगा बल्कि जेब भी ढीली करनी होगी.
सरकार ने जारी की वीआईपी नंबरों की नई श्रेणी
आमतौर पर देखा जाता है कि शौकीन लोग अपने दोपहिया या चार पहिया वाहन के लिए एक अच्छे नंबर की तलाश करते हैं. कुछ लोग तो वीआईपी लुक खुद को देने के लिए अति आकर्षक नंबर पसंद करते हैं. सरकार के द्वारा हाल ही में यातायात के नियमों में परिवर्तन किया गया है तो वहीं वीआईपी नंबरों की भी नई श्रेणी जारी की गई है. यानी अब वीआईपी नंबर लेने के लिए जो पैसा पहले खर्च करते थे, उससे ज्यादा खर्च करना पड़ेगा. नए नियमों के बाद अब इसमें खासी बढ़ोत्तरी की गई है. हालांकि पूर्व में महज 15 हजार रुपये में आप नम्बर ले सकते थे.
अगर हम मोटर वाहन अधिनियम में वीआईपी नंबर की कैटेगरी की बात करें तो यहां 4 कैटेगरी पहले से ही तय है, जिनमें एक कैटेगरी वह है, जिसे अति आकर्षक श्रेणी माना जाता है. इसमें 1 से लेकर 9 तक के नंबर को स्थान दिया गया है. हालांकि इसी श्रेणी का दोपहिया वाहन के लिए लेने के लिए जो दर निर्धारित है, वो भी बढ़ोतरी के बाद अब कम से कम 20 हजार रुपये हो गई है.
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इस श्रेणी के अन्य नम्बर्स हैं 1111, 2222, 3333 ,4444 ,5555, 6666, 7777, 8888, 9999. इस तरह के किसी भी नंबर को अगर लेना है तो 20 हजार रुपये से नीलामी प्रक्रिया शुरू होगी तो वहीं चार पहिया वाहन के लिए या अन्य वाहन के लिए नीलामी प्रक्रिया कम से कम एक लाख रुपये से शुरुआत होगी.
इसके बाद दूसरी श्रेणी को अति महत्वपूर्ण श्रेणी का दर्जा दिया गया है. इस श्रेणी में 10 ,11, 22, 33, 44, 55, 66,77, 888, 999, 111, 200, 222 ,300, 333,444 ,555 ,666 777, 888, 900, 999,1000, 2000, 2200, 3000, 3300, 4000, 4400, 5000, 5500, 6000, 6600, 7000, 7700, 8000, 8800, 9000, 9900 नंबर्स को शामिल किया गया है.
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शौकीन लोग बोली में बढ़ चढ़कर भाग लेते हैं. फिलहाल वीआईपी नम्बरों की सूची और रेट लिस्ट ऑनलाइन मौजूद है. कौन सा नम्बर किस श्रेणी में आता है, उपभोक्ता ऑनलाइन भी सर्च कर सकते हैं.
-मोहम्मद कय्यूम, एआरटीओ प्रशासन