मेरठ : एक जनवरी से लापता एमपीएस ग्रुप में सिविल इंजीनियर रहे रवीश गर्ग (30) का शव बुधवार रात बरामद कर लिया गया. बताया गया कि रवीश ने एक जनवरी की सुबह पत्नी से बातचीत करने के बाद जान दे दी. वर्ष 2020 में रवीश के सिर में गहरी चोट लगी थी. इस वजह से उन्हें नौकरी छोड़नी पड़ी थी. इसके बाद से वह डिप्रेशन में चल रहे थे. रवीश का एम्स में इलाज चल रहा था. पुलिस ने रवीश के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. घटना के बाबद परिजनों से पूछताछ की जा रही है.
थाना टीपी नगर क्षेत्र की गुप्ता काॅलोनी में एलआईसी से रिटायर्ड सतेंद्र कुमार का परिवार रहता है. सतेंद्र के तीन बेटे मनीष, रवीश और यश हैं. इनमें रवीश एमपीएस ग्रुप में सिविल इंजीनियर था. बताया गया कि बुधवार सुबह पत्नी राधा दोनों बेटियों को रवीश गर्ग ने उनके मायके भेज दिया था. इसके बाद वाॅकर के सहारे लगभग दोपहर 2 बजे घर से बाहर घूमने के लिए निकल गए. बुधवार शाम करीब 4:30 बजे रवीश ने पत्नि राधा को कॉल किया और उसके बाद जान दे दी. फोन कटने के बाद राधा ने यह जानकारी परिजनों को दी. उसके बाद परिजन रवीश को खोजते हुए भोला झाल पहुंचे. जहां मौके से रवीश का जैकेट ओर वॉकर मिला है.
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि रवीश का शव बरामद किया गया है. प्राथमिक जांच में सामने आया है कि रवीश ने डिप्रेशन के चलते जान दी है किया है. शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. घटना के अन्य पहलुओं के बाबत जांच की जा रही है.