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बुलंदशहर: दिव्यांग के पास बैठकर जिलाधिकारी ने सुनी फरियाद

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में एक दिव्यांग अपनी फरियाद लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा. वहीं जिलाधिकारी को जब इस बात की जानकारी हुई तो वह खुद दफ्तर से बाहर निकलकर दिव्यांग के पास पहुंचे और उसकी समस्याएं जानीं.

जिलाधिकारी ने जमीन पर बैठकर सुनी समस्या.
जिलाधिकारी ने जमीन पर बैठकर सुनी समस्या.
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Published : Sep 9, 2020, 4:41 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर: जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मंगलवार को एक नए अवतार में नजर आये. डीएम ने अपने कार्यालय के बाहर निकलकर दिव्यांग फरियादी के पास जाकर उसकी समस्या सुनी. इस दौरान जिलाधिकारी खुद फरियादी के पास बैठ गए और बैठकर उसकी समस्या को ध्यान से सुना. उन्होंने दिव्यांग फरियादी की समस्या को सुनते हुए नियमानुसार बिना किसी विलम्ब के आर्थिक सहायता दिलाये जाने के संबंध में संबंधित अधिकारी को निर्देश भी दिये. उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

जिलाधिकारी ने जमीन पर बैठकर सुनी समस्या.

महत्वपूर्ण बातें

  • दफ्तर से बाहर निकलकर सुनी दिव्यांग की फरियाद.
  • डीएम ने अधिकारियों को दिए समस्या के निदान के निर्देश.

पर्वतारोही के तौर पर अपनी अलग पहचान रखने वाले आईएएस अधिकारी डीएम रविन्द्र कुमार मंगलवार को एक अनोखे अंदाज में फरियादी से उसकी समस्या सुनते नजर आए. दरअसल, मंगलवार को डीएम रविन्द्र कुमार अपने कार्यालय में फरियादियों की फरियाद सुन रहे थे. तभी जिलाधिकारी को जानकारी हुई कि एक दिव्यांग उनके दफ्तर के बाहर अपनी फरियाद सुनाने के लिए इंतजार कर रहा है. इसके बाद जिलाधिकारी दफ्तर से बाहर निकल कर दिव्यांग पीड़ित की फरियाद सुनने के लिए खुद उसके पास पहुंचे और नीचे बैठ गए. इसके बाद उन्होंने दिव्यांग फरियादी की फरियाद सुनी.

दरअसल, यह दिव्यांग अनूपशहर तहसील के अनिवास गांव से करीब 40 किलोमीटर की दूरी तय करके जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा था. पीड़ित फरियादी का नाम भी रविंद्र कुमार ही था. फरियादी दिव्यांग ने बताया कि उसके परिवार में कोई नहीं है. कोरोना काल में वह खासा परेशान है. उसने डीएम को बताया कि उसके पास न मकान है और ना ही कोई रोजगार. दिव्यांग होने के चलते वह मुफलिसी में जी रहा है.

जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बुलंदशहर के चीफ मेडिकल ऑफिसर को तत्काल प्रभाव से आदेशित करते हुए रेड क्रॉस सोसाइटी से आर्थिक सहायता देने के आदेश दिए. साथ ही जिला रोजगार अधिकारी को अवगत कराया कि विकलांग कोटे से दिव्यांग रविंद्र के लिए नौकरी के विकल्प तलाशे जाएं. जिलाधिकारी का यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के नोएडा के जिलाधिकारी सुहास एलवाई को जब परिवार के धरना देने का पता चला था तो वह खुद वहां पहुंचे थे और जमीन पर बैठ कर पीड़ित की फरियाद सुनी थी. वहीं बुलंदशहर के जिलाधिकारी भी अपनी कार्यशैली के लिए देश के कई मंचों पर सम्मानित हो चुके हैं.

इसे भी पढ़ें- सीएम योगी और डिप्टी सीएम पर अभद्र टिप्पणी करने वाले अपर निजी सचिव बर्खास्त

बुलंदशहर: जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मंगलवार को एक नए अवतार में नजर आये. डीएम ने अपने कार्यालय के बाहर निकलकर दिव्यांग फरियादी के पास जाकर उसकी समस्या सुनी. इस दौरान जिलाधिकारी खुद फरियादी के पास बैठ गए और बैठकर उसकी समस्या को ध्यान से सुना. उन्होंने दिव्यांग फरियादी की समस्या को सुनते हुए नियमानुसार बिना किसी विलम्ब के आर्थिक सहायता दिलाये जाने के संबंध में संबंधित अधिकारी को निर्देश भी दिये. उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

जिलाधिकारी ने जमीन पर बैठकर सुनी समस्या.

महत्वपूर्ण बातें

  • दफ्तर से बाहर निकलकर सुनी दिव्यांग की फरियाद.
  • डीएम ने अधिकारियों को दिए समस्या के निदान के निर्देश.

पर्वतारोही के तौर पर अपनी अलग पहचान रखने वाले आईएएस अधिकारी डीएम रविन्द्र कुमार मंगलवार को एक अनोखे अंदाज में फरियादी से उसकी समस्या सुनते नजर आए. दरअसल, मंगलवार को डीएम रविन्द्र कुमार अपने कार्यालय में फरियादियों की फरियाद सुन रहे थे. तभी जिलाधिकारी को जानकारी हुई कि एक दिव्यांग उनके दफ्तर के बाहर अपनी फरियाद सुनाने के लिए इंतजार कर रहा है. इसके बाद जिलाधिकारी दफ्तर से बाहर निकल कर दिव्यांग पीड़ित की फरियाद सुनने के लिए खुद उसके पास पहुंचे और नीचे बैठ गए. इसके बाद उन्होंने दिव्यांग फरियादी की फरियाद सुनी.

दरअसल, यह दिव्यांग अनूपशहर तहसील के अनिवास गांव से करीब 40 किलोमीटर की दूरी तय करके जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा था. पीड़ित फरियादी का नाम भी रविंद्र कुमार ही था. फरियादी दिव्यांग ने बताया कि उसके परिवार में कोई नहीं है. कोरोना काल में वह खासा परेशान है. उसने डीएम को बताया कि उसके पास न मकान है और ना ही कोई रोजगार. दिव्यांग होने के चलते वह मुफलिसी में जी रहा है.

जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बुलंदशहर के चीफ मेडिकल ऑफिसर को तत्काल प्रभाव से आदेशित करते हुए रेड क्रॉस सोसाइटी से आर्थिक सहायता देने के आदेश दिए. साथ ही जिला रोजगार अधिकारी को अवगत कराया कि विकलांग कोटे से दिव्यांग रविंद्र के लिए नौकरी के विकल्प तलाशे जाएं. जिलाधिकारी का यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के नोएडा के जिलाधिकारी सुहास एलवाई को जब परिवार के धरना देने का पता चला था तो वह खुद वहां पहुंचे थे और जमीन पर बैठ कर पीड़ित की फरियाद सुनी थी. वहीं बुलंदशहर के जिलाधिकारी भी अपनी कार्यशैली के लिए देश के कई मंचों पर सम्मानित हो चुके हैं.

इसे भी पढ़ें- सीएम योगी और डिप्टी सीएम पर अभद्र टिप्पणी करने वाले अपर निजी सचिव बर्खास्त

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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