बुलंदशहरः खुर्जा सिटी थाने में सीओ के पद पर तैनात सुरेश कुमार को राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया. उनकी सराहनीय सेवा के लिए गणतंत्र दिवस के अवसर पर उन्हें पदक के लिए चुना गया है. सुरेश कुमार सिंह वर्ष 1994 में पुलिस में भर्ती हुए थे. वह शुरू से ही सराहनीय कार्य करते आ रहे हैं. उन्होंने अपनी ड्यूटी एरिया के गांव-गांव जाकर पुलिस और आम जनता के बीच सामंजस्य बनाने का एक अभियान चलाया था. सुरेश कुमार के इस अभियान की गांव के लोगों ने काफी सराहना की थी.
संक्षिप्त परिचय
सुरेश कुमार पुत्र श्री प्रकाश चंद्र मलिक जनपद मुजफ्फरनगर के मूल निवासी हैं. उन्होंने दिनांक 8 अगस्त 1994 को उत्तर प्रदेश पीएसी बल में प्लाटून कमांडर के पद पर नियुक्त हुए. प्लाटून कमांडर के पद पर वे 40वीं बटालियन पीएसी हरिद्वार, 44वीं बटालियन मेरठ तथा छठी बटालियन पीएसी मेरठ में कार्यरत रह चुके हैं. वर्ष 2002 में कंपनी कमांडेंट के पद पर पदोन्नति होकर 45वीं वाहिनी पीएसी गाजियाबाद तथा 32वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ में नियुक्त रहें. सुरेश कुमार सिंह उत्तर प्रदेश पुलिस तथा केंद्रीय पुलिस बल की वशिष्ठ कमांडेंट इकाइयों में भी कार्यरत रहें.
इन्होंने प्रतिसार निरीक्षण के पद पर पीटीसी मुरादाबाद तथा यातायात निरीक्षक के पद पर वाराणसी में नियुक्त रहकर सेवाएं दीं. पुलिस उपाधीक्षक के पद पर वर्ष 2015 में प्रोन्नति के उपरांत पुलिस उपाध्यक्ष के पद पर पीलीभीत, मुरादाबाद और अलीगढ़ में नियुक्त रहे. तत्पश्चात आतंकवाद निरोधक दस्ता लखनऊ में नियुक्त रहकर उल्लेखनीय योगदान दिया. सुरेश कुमार 2 जनवरी 2020 से जनपद बुलंदशहर में पुलिस उपाधीक्षक नियुक्त होकर वर्तमान में क्षेत्राधिकारी खुर्जा के पद पर कार्यरत हैं. पुलिस विभाग में उनका लगभग 26 वर्ष का सेवाकाल अत्यंत सराहनीय रहा है. उनकी सराहनीय सेवाओं के लिए उन्हें 'सराहनीय सेवा राष्ट्रपति पदक' प्रदान किया गया है.