बुलंदशहरः जिले के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र की गंभीर रूप से झुलसी नाबालिग दलित किशोरी की इलाज के दौरान दिल्ली में हुई मौत के मामले में गुरुवार को राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग संज्ञान लिया है. आयोग के अध्यक्ष डॉ. विशेष गुप्ता पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस मामले में सीएम योगी काफी गंभीर हैं और उन्होंने खुद भी इस पर संज्ञान लिया है.
परिवार ने रखीं मांगें, अध्यक्ष ने अफसरों को पूरा करने के दिए निर्देश
इस मौके पर पीड़ित परिवार के सदस्यों की तरफ से कुछ मांगे रखी गईं. इन मांगों को भी स्वीकार करते हुए बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने संबंधित अफसरों को दिशा निर्देश देते हुए एक सप्ताह के अंदर प्रभावी ढंग से सभी लागू करने के निर्देश भी दिए. उन्होंने जांच में पाया कि परिवार की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय है, गरीबी की वजह से परिवार के मासूम बच्चे तक भी मजदूरी करने को विवश हैं.
शासन को सौंपेंगे जांच रिपोर्ट
ईटीवी भारत को इस दौरान आयोग अध्यक्ष डॉ. विशेष गुप्ता ने बताया कि इस मामले में बाल कल्याण समिति की भी लापरवाही देखने को मिली है. उन्होंने मौके पर जाकर औऱ भी कुछ बिंदुओं को चिन्हित किया है. उन्होंने कहा कि सख्त निर्देश दिए गए हैं कि आपस में सभी कोर्डिनेशन बनाकर इस तरह की घटनाओं पर गंभीरता बरतें. उन्होंने कहा कि इस बारे में एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है जिससे वो शासन को अवगत कराएंगे.
परिवार के दो बच्चों का खर्चा उठाएगी बल कल्याण समिति
आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस घटना से आहत हैं, यही वजह है कि सीएम योगी ने सीधे तौर पर इस घटना का संज्ञान लिया था और लापरवाही बरतने वालों पर गाज भी गिरी है. उन्होंने भी बताया कि मृतका किशोरी से सम्बंधित कुछ वीडियो भी उन्हें दिखाए गए, जिनकी जांच करने के लिए निर्देश दिए गए हैं. डॉ. विशेष गुप्ता ने बताया कि अब बाल कल्याण समिति परिवार के दो बच्चों की पढ़ाई लिखाई का जिम्मा भी उठाएगी. उन्होंने कहा कि मंशा यही है कि जो भी अभियुक्त हैं वो जल्द से जल्द सलाखों के पीछे हों और पीड़ित परिवार को न्याय मिले.
पीड़ित परिवार को मिलेगी छत और विद्युत कनेक्शन
अध्यक्ष ने बताया कि पीड़ित परिवार बहुत गरीब है. घर में विद्युत आपूर्ति तक भी नहीं हो रही थी. इस सम्बंध में उन्होंने तत्काल विद्युत कनेक्शन कराने के बारे में निर्देश दिए हैं. परिवार ने सुरक्षा मांगी थी वो भी मुहैया करा दी गयी है. रेप पीड़िता की परिवार के पास रहने के लिए पर्याप्त आवास की भी उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत आवास की व्यवस्था कराने को भी निर्देश दिए गए. गौरतलब है कि मृतका किशोरी समेत परिवार में आठ भाई बहने थे. हालांकि शासन के नियमानुसार कुल 3 लाख 75 हजार रुपये की आर्थिक मदद भी परिवार की की जा चुकी है.