बुलंदशहर : जिले में लोकसभा चुनावों से पहले जनप्रतिनिधियों का विरोध शुरू हो गया है. बुलंदशहर में हर दिन कहीं न कहीं से चुनावों के बहिष्कार की बात लोगों द्वारा कही जा रही हैं. अब जिले के अधिकारियों ने भी संज्ञान लेना शुरू कर दिया है. अफसर भी अब मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर अलग-अलग जागरूकता कार्यक्रम चला रहे हैं और मतदान का बहिष्कार का अल्टीमेटम देने वाले समूहों से भी बात करने का मन बना चुके हैं.
बुलंदशहर के खुर्जा तहसील क्षेत्र में करीब 18 गांवों के लोगों ने अपने क्षेत्र में विकास कार्य न किए जाने से नाराज होकर चुनाव का बहिष्कार करने का मन बनाया है. खुर्जा तहसील क्षेत्र के गांव धरपा, चुहरपुर, अच्छेजा, नगला चिति, हाजीपुर, भटौला, मामनकलां, किरयावली, अच्छेजा घाट अहमदपुर, बसेंदुआ के लोग इन दिनों आंदोलन की राह पकड़े हुए हैं. इनका कहना है कि इनके गांवों की तरफ न तो किसी जनप्रतिनिधि ने कभी रुख किया और न ही जिले के जिम्मेदार अफसर ही कभी उनकी सुध लेते हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों ने कभी उनकी बुनियादी जरूरतों की तरफ ध्यान नहीं दिया. अब यह मामला जिला प्रशासन तक पहुंच गया है और जिला प्रशासन भी गंभीर नजर आ रहा है.
ग्रामीणों का कहना है कि जिस तरह से जनप्रतिनिधियों ने इन दिनों चुनाव अभियान चलाया हुआ है. हर दिन किसी जगह पर जाकर लोगों से अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे हैं. उस तरह से 5 साल तक क्षेत्र में न तो कोई जनप्रतिनिधि कभी आया और न ही किसी अधिकारी ने गांव में आकर सुध ली. गांवों में गंदगी पसरी हुई है तो कहीं सड़क बदहाल है. करीब 18 गांव के लोग एकजुट हो गए हैं और सभी ने एक साथ घोषणा की है कि वह आगामी 11 अप्रैल को लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे.
अधिकारियों का कहना है कि मतदान का प्रतिशत ज्यादा से ज्यादा हो, इसके लिए लगातार जिला प्रशासन की तरफ से प्रयत्न किए जा रहे हैं. लोगों को मतदान के प्रति जागरूक किया जाएगा. इस बारे में जिला अधिकारी अभय सिंह ने कहा कि ग्रामीणों से बात की जाएगी और प्रयास किया जाएगा कि उन्हें मतदान के लिए तैयार किया जाए.