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बुलंदशहर के 18 गांवों के लोग करेंगे चुनाव का बहिष्कार - महेश शर्मा

बुलंदशहर के 18 गांव के लोग एकजुट हो गए हैं. सभी ने एक साथ घोषणा की है कि वह 11 अप्रैल को लोकसभा के चुनाव का बहिष्कार करेंगे, क्योंकि गांव की बुनियादी जरूरतों पर सांसदों से लेकर प्रशासन तक ने कभी ध्यान नहीं दिया.

प्रदर्शन करते गांव के लोग
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Published : Apr 9, 2019, 10:04 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर : जिले में लोकसभा चुनावों से पहले जनप्रतिनिधियों का विरोध शुरू हो गया है. बुलंदशहर में हर दिन कहीं न कहीं से चुनावों के बहिष्कार की बात लोगों द्वारा कही जा रही हैं. अब जिले के अधिकारियों ने भी संज्ञान लेना शुरू कर दिया है. अफसर भी अब मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर अलग-अलग जागरूकता कार्यक्रम चला रहे हैं और मतदान का बहिष्कार का अल्टीमेटम देने वाले समूहों से भी बात करने का मन बना चुके हैं.

ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार किया.

बुलंदशहर के खुर्जा तहसील क्षेत्र में करीब 18 गांवों के लोगों ने अपने क्षेत्र में विकास कार्य न किए जाने से नाराज होकर चुनाव का बहिष्कार करने का मन बनाया है. खुर्जा तहसील क्षेत्र के गांव धरपा, चुहरपुर, अच्छेजा, नगला चिति, हाजीपुर, भटौला, मामनकलां, किरयावली, अच्छेजा घाट अहमदपुर, बसेंदुआ के लोग इन दिनों आंदोलन की राह पकड़े हुए हैं. इनका कहना है कि इनके गांवों की तरफ न तो किसी जनप्रतिनिधि ने कभी रुख किया और न ही जिले के जिम्मेदार अफसर ही कभी उनकी सुध लेते हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों ने कभी उनकी बुनियादी जरूरतों की तरफ ध्यान नहीं दिया. अब यह मामला जिला प्रशासन तक पहुंच गया है और जिला प्रशासन भी गंभीर नजर आ रहा है.

ग्रामीणों का कहना है कि जिस तरह से जनप्रतिनिधियों ने इन दिनों चुनाव अभियान चलाया हुआ है. हर दिन किसी जगह पर जाकर लोगों से अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे हैं. उस तरह से 5 साल तक क्षेत्र में न तो कोई जनप्रतिनिधि कभी आया और न ही किसी अधिकारी ने गांव में आकर सुध ली. गांवों में गंदगी पसरी हुई है तो कहीं सड़क बदहाल है. करीब 18 गांव के लोग एकजुट हो गए हैं और सभी ने एक साथ घोषणा की है कि वह आगामी 11 अप्रैल को लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे.

अधिकारियों का कहना है कि मतदान का प्रतिशत ज्यादा से ज्यादा हो, इसके लिए लगातार जिला प्रशासन की तरफ से प्रयत्न किए जा रहे हैं. लोगों को मतदान के प्रति जागरूक किया जाएगा. इस बारे में जिला अधिकारी अभय सिंह ने कहा कि ग्रामीणों से बात की जाएगी और प्रयास किया जाएगा कि उन्हें मतदान के लिए तैयार किया जाए.

बुलंदशहर : जिले में लोकसभा चुनावों से पहले जनप्रतिनिधियों का विरोध शुरू हो गया है. बुलंदशहर में हर दिन कहीं न कहीं से चुनावों के बहिष्कार की बात लोगों द्वारा कही जा रही हैं. अब जिले के अधिकारियों ने भी संज्ञान लेना शुरू कर दिया है. अफसर भी अब मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर अलग-अलग जागरूकता कार्यक्रम चला रहे हैं और मतदान का बहिष्कार का अल्टीमेटम देने वाले समूहों से भी बात करने का मन बना चुके हैं.

ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार किया.

बुलंदशहर के खुर्जा तहसील क्षेत्र में करीब 18 गांवों के लोगों ने अपने क्षेत्र में विकास कार्य न किए जाने से नाराज होकर चुनाव का बहिष्कार करने का मन बनाया है. खुर्जा तहसील क्षेत्र के गांव धरपा, चुहरपुर, अच्छेजा, नगला चिति, हाजीपुर, भटौला, मामनकलां, किरयावली, अच्छेजा घाट अहमदपुर, बसेंदुआ के लोग इन दिनों आंदोलन की राह पकड़े हुए हैं. इनका कहना है कि इनके गांवों की तरफ न तो किसी जनप्रतिनिधि ने कभी रुख किया और न ही जिले के जिम्मेदार अफसर ही कभी उनकी सुध लेते हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों ने कभी उनकी बुनियादी जरूरतों की तरफ ध्यान नहीं दिया. अब यह मामला जिला प्रशासन तक पहुंच गया है और जिला प्रशासन भी गंभीर नजर आ रहा है.

ग्रामीणों का कहना है कि जिस तरह से जनप्रतिनिधियों ने इन दिनों चुनाव अभियान चलाया हुआ है. हर दिन किसी जगह पर जाकर लोगों से अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे हैं. उस तरह से 5 साल तक क्षेत्र में न तो कोई जनप्रतिनिधि कभी आया और न ही किसी अधिकारी ने गांव में आकर सुध ली. गांवों में गंदगी पसरी हुई है तो कहीं सड़क बदहाल है. करीब 18 गांव के लोग एकजुट हो गए हैं और सभी ने एक साथ घोषणा की है कि वह आगामी 11 अप्रैल को लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे.

अधिकारियों का कहना है कि मतदान का प्रतिशत ज्यादा से ज्यादा हो, इसके लिए लगातार जिला प्रशासन की तरफ से प्रयत्न किए जा रहे हैं. लोगों को मतदान के प्रति जागरूक किया जाएगा. इस बारे में जिला अधिकारी अभय सिंह ने कहा कि ग्रामीणों से बात की जाएगी और प्रयास किया जाएगा कि उन्हें मतदान के लिए तैयार किया जाए.

Intro:बुलन्दशहर जिले में लोकसभा चुनावों से पहले जनप्रतिनिधियों का विरोध होना भी भी शुरू हो गया है,बुलन्दशहर में हर दिन कहीं न कहीं से चुनावों के बहिष्कार की बात लोगों द्वारा कही जा रही हैं,जिसपर अब जिले के अधिकारियों ने भी संज्ञान लेना शुरू कर दिया है,अफसर भी अब मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर जहां आये दिन अलग अलग जागरूकता कार्यक्रम चला रहे हैं वहीं अफसर अब मतदान का बहिष्कार का अल्टीमेटम देने वाले समूहों से भी वार्ता का मन बना चुके हैं।रिपोर्ट देखिये।

नोट...
कृपया सम्बन्धित खबर के विसुअल्स और बहिष्कार का विरोध करने वाले ग्रामीण की बाइट ftp प्रेषित है....

election bahiskaar08-04-19,

स्पेल्लिंग से प्रेषित है।



Body:जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव की तारीख करीब आती जा रही है, वैसे ही जनप्रतिनिधियों का विरोध भी हर दिन अब बढ़ता ही जा रहा है ,ताजा मामला है बुलंदशहर के खुर्जा तहसील क्षेत्र का जहां करीब 18 गांवों के लोगों ने अपने क्षेत्र में विकास कार्य ना किए जाने से नाराज होकर चुनावों में मतदान का बहिष्कार करने का मन बना लिया है ,हम आपको बता दें कि जिले के खुर्जा तहसील क्षेत्र के गांव धरपा,चुहरपुर,अच्छेजा,नगला चिति, हाजीपुर ,भटौला, मामनकलां, किरयावली,अच्छेजा घाट अहमदपुर ,बसेंदुआ,कुराल इत्यादि गांव के लोग इन दिनों आंदोलन की राह पकड़े हुए हैं और इनका कहना है कि इनके गांवों की तरफ न हीं तो किसी जनप्रतिनिधि ने कभी रुख किया और न हीं जिले के जिम्मेदार अफसर ही कभी उनकी सुध लेते हैं ,ग्रामीणों का आरोप है कि जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों ने कभी उनकी बुनियादी जरूरतों की तरफ ध्यान नहीं दिया।अब यह मामला जिला प्रशासन तक पहुंच गया है और जिला प्रशासन भी गंभीर नजर आ रहा है , हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि जिस तरह से जनप्रतिनिधियों ने इन दिनों चुनाव अभियान चलाया हुआ है,और हर किसी जगह पर जाकर लोगों से अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे हैं, उस तरह से 5 साल तक क्षेत्र में न हीं तो कोई जनप्रतिनिधि कभी आया और ना ही किसी अधिकारी ने गांव में आकर सुध ली, आलम यह है कि गांवों में गंदगी पसरी हुई है ,तो कहीं सड़क बदहाल है। फिलहाल ऐसी संख्या काफी ज्यादा है और आए दिन लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, ताजा मामले में खुर्जा तहसील क्षेत्र के करीब 18 गांव के लोग एकजुट हो गए हैं और सभी ने एक साथ घोषणा की है कि वह आगामी 11 अप्रैल को लोकसभा के चुनाव में बहिष्कार करेंगे ।इतना ही नहीं ये आलम तो पहले चरण में होने वाले मतदान से जुड़े लोकसभा क्षेत्र का है ,तो वहीं बुलन्दशहर लोकसभा क्षेत्र में भी जनप्रतिनिधियों का क्षेत्र के लोग विरोध कर रहे हैं।काबिलेगौर है कि खुरजा क्षेत्र में जहां 18 गांव के लोग सिर्फ इसलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि उन सभी गांवों के लोग हैं उनका मुख्य रास्ता बंद कर दिया गया है जिसके वजह से अब स्थानीय लोगों को न सिर्फ लम्बे रास्ते से घूमकर आना पड़ेगा बल्कि समय भी ज्यादा लगेगा। फिलहाल माहौल गरमाया हुआ है लोग गुस्से में हैं ,तो वहीं बुलन्दशहर के अनूपशहर तहसील के खालौर गांव में लोग रास्तों की बदहाली के चलते चुनावों के बहिष्कार का अल्टीमेटम दे चुके हैं।

बाइट.....ग्रामीण,प्रदर्शनकारी

फिलहाल जिला प्रशासन के जिम्मेदार अफसरों को भी अब चुनाव के बहिष्कार करने का अल्टीमेटम देने वाले क्षेत्रों के बारे में जानकारी है और अधिकारियों की भी सांस कहीं न कहीं फूली हुई है, अधिकारियों का कहना है कि मतदान का प्रतिशत ज्यादा से ज्यादा हो इसके लिए लगातार जिला प्रशासन की तरफ से प्रयत्न किए जा रहे हैं,अफसरों का कहना है कि लोगों को मतदान के प्रति जागरूक किया जाएगा, इस बारे में जिला अधिकारी अभय सिंह ने कहा कि ग्रामीणों से वार्ता की जाएगी और प्रयास किया जाएगा कि उन्हें मतदान के लिए जागरूक किया जाए और मतदान बहिष्कार वह लोग ना करें साथ ही जिलाधिकारी ने यह भी आश्वस्त किया जो उनके कार्य क्षेत्र में चीजें होंगी ,उन्हें दुरुस्त भी किया जाएगा।

बाइट...अभय सिंह,डीएम बुलन्दशहर ।



Conclusion:दरअसल बुलन्दशहर में अलग अलग लोकसभा क्षेत्रों के लिए दो चरणों में मतदान होना है,जिसमें 11 अप्रेल को गौतमबुद्धनगर और 18 अप्रैल को बुलन्दशहर लोकसभा क्षेत्र में मतदान होगा ।काबिलेगौर है कि बुलन्दशहर जिले की सिकन्द्राबाद और खुर्जा विधानसभा क्षेत्र के मतदाता गौतमबुद्धनगर सांसद को चुनने के लिए मतदान में हिस्सा लेंगे ।

पीटीसी...श्रीपाल तेवतिया।

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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