बुलंदशहर : जनपद में यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा के जो परिणाम आए हैं, उसमें पिछले साल की तुलना में इस बार जिले में गिरावट आई है. आखिर कमी कहां हुई, यह जानने के लिए राजकीय स्कूलों की समीक्षा की जाएगी.
परीक्षा परिणाम की होगी समीक्षा
- हाल ही में यूपी बोर्ड इलाहाबाद के द्वारा हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के रिजल्ट घोषित किए गए थे.
- इस बार पिछले वर्ष की तुलना में इंटरमीडिएट के परीक्षा परिणाम में गिरावट आई है.
- हाईस्कूल के परीक्षा परिणाम से जिले के अधिकारी और कर्मचारी असंतुष्ट नजर आ रहे हैं.
- जिले में 12 राजकीय इंटरमीडिएट स्कूल जबकि 27 हाईस्कूल स्थापित हैं.
- इसके अलावा जिले में 153 एडेड और 250 वित्तविहीन स्कूल संचालित हैं.
- इस बार अगर देखा जाए तो राजकीय विद्यालय का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं पाया गया है.
- बारहवीं की राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की सिर्फ एक छात्रा ही जिले में दूसरा स्थान लाने में कामयाब हुई है.
- अन्य राजकीय विद्यालयों का कोई भी छात्र जिले की टॉप टेन सूची में भी जगह नहीं बना सका.
- राजकीय स्कूलों का रिजल्ट खराब होने की वजह से प्रशासन ने डीआईओएस को फटकार लगाई है.
- प्रशासन ने राजकीय स्कूलों के परीक्षा परिणाम की समीक्षा करने के भी आदेश दिए हैं.
- इस बार सामान्य विद्यालय, जहां का कभी कोई जिक्र जिले में नहीं होता था ,उन विद्यालयों से भी बच्चों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है.
- राजकीय विद्यालयों की जो गति होनी चाहिए थी, वह गति दिखाई नहीं दी है.
- बता दें कि इस बार हाईस्कूल परीक्षा परिणाम में बुलंदशहर 16वें नंबर पर जबकि इंटरमीडिएट में 22वें स्थान पर रहा है.
- एक बार फिर बुलंदशहर जिले का कोई भी बच्चा टॉप टेन में नहीं आ पाया.
इस बार हाईस्कूल का परीक्षा परिणाम 85.45 और इंटरमीडिएट का 79,17 रहा है. परीक्षा परिणामों की समीक्षा की जाएगी और सभी विद्यालयों से बात की जाएगी. कोर्स में हुई तब्दीली भी परिक्षा परिणाम के खराब होने की एक वजह है. इसके बारे में शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा.
-आरके तिवारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, बुलंदशहर