बुलंदशहरः गाजीपुर बॉर्डर पर कृषि कानूनों के विरोध में धरने पर बैठे जिले के एक किसान की ठंड लगने से 16 जनवरी की मौत हो गई. किसान का शव रविवार सुबह उसके गांव में पहुंचा तो मातम छा गया. दिल्ली बॉर्डर पर 52 दिन से बैठे अन्नदाता अलाव के सहारे ही खुले आसमान के नीचे हाईवे पर सरकार और सर्दी से दोहोरी जंग लड़ रहे हैं. इसी दौरान कोतवाली देहात की नई मंडी चौकी के धनोरा गांव के किसान की तबीयत बिगड़ गई.
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गांव में किया गया अंतिम संस्कार
धरने पर बैठे धर्मवीर कपासिया (70) की तबीयत बिगड़ने पर पहले किसानों ने अलाव के सहारे सहज करने की कोशिश की. लेकिन किसान की हालत जल्द ही बिगड़ने लगी हॉस्पिटल पहुंचाया गया. जहां धर्मवीर ने कुछ देर बाद दम तोड़ दिया. बता दें कि धर्मवीर कपासिया किसान नेता थे. वह भारतीय किसान यूनियन में कई पदों पर रह चुके हैं. धर्मवीर पिछले 45 -50 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे थे. 16 जनवरी की शाम धर्मवीर की तबीयत खराब होने से शहीद हो गए. रविवार को धर्मवीर का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में किया गया.
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