ETV Bharat / state

गन्ने के सीजन में भी यहां बार-बार शुगर मिल को करना पड़ रहा बंद, ये है बड़ी वजह

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में बार-बार शुगर मिल को बंद करना पड़ा रहा है. किसानों का कहना है कि खेत में खड़े गन्ने को काटने के लिए मजदूर नहीं मिल पा रहे हैं. इस कारण गन्ना भी शुगर मिल में समय से नहीं पहुंच पा रहा है.

बार-बार बंद हो रहीं गन्ना मिलें.
author img

By

Published : Nov 22, 2019, 2:28 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर: जिले में शुगर मिल अभी ठीक से चालू भी नहीं हो पाई हैं कि गन्ने के सीजन में बुलंदशहर की शुगर मिल को बार-बार बंद करना पड़ रहा है. इससे न सिर्फ मिल प्रबंधन को नुकसान उठाना पड़ रहा है, बल्कि उनके सामने खासी दिक्कतें भी बनी हुई हैं.

जानकारी देते संवाददाता.
  • अभी गन्ने का सीजन शुरू ही हुआ है और शुगर मिलों को चले हुए अभी पूरा महीना भी नहीं हुआ है.
  • इसी क्रम में बुलंदशहर के पन्निनगर स्थित शुगर मिल को समय-समय पर शटडाउन करना पड़ रहा है.
  • इस कारण मिल प्रबंधन को परेशानी भी उठानी पड़ रही है और वह भी ऐसे वक्त में जब गन्ने की पेराई के लक्ष्य को लेकर हर शुगर मिल प्रबंधन सजग है.
  • बुलन्दशहर नगर में स्थित वेव शुगर मिल में अब तक पर्याप्त गन्ना न पहुंच पाने की वजह से मिल के सामने शुरुआत में ही दिक्कतें होने लगी हैं.
  • यह किसी भी इंडस्ट्री के लिए अच्छी खबर नहीं होती कि उसे चालू होने के बाद ही अपना काम बार-बार बाधित करना पड़े.

इस मामले पर किसानों का कहना है कि एक तो गेहूं की बुवाई चल रही है तो वहीं दूसरी तरफ उन्हें मजदूर भी काम करने के लिए नहीं मिल पा रहे हैं. मजदूरों के न मिलने की वजह से भी खेत में गन्ना खड़ा है. कटाई न होने की वजह से गन्ना को शुगर मिल तक पहुंचने में देरी हो रही है. पूर्वी यूपी से बहुसंख्या में गन्ने के सीजन में मजदूर गन्ना कटाई के लिए हर वर्ष आते हैं, लेकिन बार-बार शुगर मिल बंद होने से शुगर मिल प्रबन्धन तन्त्र भी इससे काफी परेशान है.

पिछले साल से बड़ा लक्ष्य इस बार लेकर चल रहे हैं, लेकिन शुरुआती दौर में कई बार पेराई के लिए गन्ना न होने की वजह से मिल शटडाउन करना पड़ रहा है. किसानों से लगातार संवाद स्थापित किया जा रहा है, ताकि किसान समय से गन्ना लाएं.
-बी.एस. चौहान, चीफ जनरल मैनेजर

बुलंदशहर: जिले में शुगर मिल अभी ठीक से चालू भी नहीं हो पाई हैं कि गन्ने के सीजन में बुलंदशहर की शुगर मिल को बार-बार बंद करना पड़ रहा है. इससे न सिर्फ मिल प्रबंधन को नुकसान उठाना पड़ रहा है, बल्कि उनके सामने खासी दिक्कतें भी बनी हुई हैं.

जानकारी देते संवाददाता.
  • अभी गन्ने का सीजन शुरू ही हुआ है और शुगर मिलों को चले हुए अभी पूरा महीना भी नहीं हुआ है.
  • इसी क्रम में बुलंदशहर के पन्निनगर स्थित शुगर मिल को समय-समय पर शटडाउन करना पड़ रहा है.
  • इस कारण मिल प्रबंधन को परेशानी भी उठानी पड़ रही है और वह भी ऐसे वक्त में जब गन्ने की पेराई के लक्ष्य को लेकर हर शुगर मिल प्रबंधन सजग है.
  • बुलन्दशहर नगर में स्थित वेव शुगर मिल में अब तक पर्याप्त गन्ना न पहुंच पाने की वजह से मिल के सामने शुरुआत में ही दिक्कतें होने लगी हैं.
  • यह किसी भी इंडस्ट्री के लिए अच्छी खबर नहीं होती कि उसे चालू होने के बाद ही अपना काम बार-बार बाधित करना पड़े.

इस मामले पर किसानों का कहना है कि एक तो गेहूं की बुवाई चल रही है तो वहीं दूसरी तरफ उन्हें मजदूर भी काम करने के लिए नहीं मिल पा रहे हैं. मजदूरों के न मिलने की वजह से भी खेत में गन्ना खड़ा है. कटाई न होने की वजह से गन्ना को शुगर मिल तक पहुंचने में देरी हो रही है. पूर्वी यूपी से बहुसंख्या में गन्ने के सीजन में मजदूर गन्ना कटाई के लिए हर वर्ष आते हैं, लेकिन बार-बार शुगर मिल बंद होने से शुगर मिल प्रबन्धन तन्त्र भी इससे काफी परेशान है.

पिछले साल से बड़ा लक्ष्य इस बार लेकर चल रहे हैं, लेकिन शुरुआती दौर में कई बार पेराई के लिए गन्ना न होने की वजह से मिल शटडाउन करना पड़ रहा है. किसानों से लगातार संवाद स्थापित किया जा रहा है, ताकि किसान समय से गन्ना लाएं.
-बी.एस. चौहान, चीफ जनरल मैनेजर

Intro:बुलंदशहर में अभी शुगर मिल ठीक से चालू भी नहीं हो पाई हैं , इस गन्ने के सीजन में बुलंदशहर की शुगर मिल को बार-बार बंद करना पड़ रहा है, जिससे ना सिर्फ मिल प्रबंधन को नुकसान उठाना पड़ रहा है बल्कि उनके सामने खासी दिक्कतें भी बनी हुई हैं।जानिए आखिर क्या है वजह जो सीजन की शुरुआत में ही बुलन्दशहर में शुगर मिल को बंद करनी पड़ रही क्रसिंग।इटीवी भारत की ये विशेष खबर।


Body:अभी गन्ने का सीजन शुरू ही हुआ है और शुगर मिलों को चले हुए अभी पूरा महीना भी नहीं हुआ, लेकिन वहीं बुलंदशहर की बात की जाए तो बुलंदशहर के पन्निनगर स्थित शुगर मिल को समय-समय पर शट डाउन करना पड़ रहा है, जिससे मिल प्रबंधन को परेशानी भी उठानी पड़ रही है और वह भी ऐसे वक्त में जब गन्ने की पेराई के लक्ष्य को लेकर हर शुगर मिल प्रबंधन सजग है,पूरी तैयारियों के साथ शुगर मिल की पेराई में लगी हैं ।लेकिन बुलन्दशहर नगर में स्थित वेव शुगरमिल को कई बार अब तक पर्याप्त गन्ना मिल तक न पहुंच पाने की वजह से मिल के सामने शुरुआत में ही दिक्कतें होने लगी हैं। और यह किसी भी इंडस्ट्री के लिए अच्छी खबर नहीं होती कि उसे चालू होने के बाद ही अपना काम बार-बार बाधित करना पड़े यह बार-बार उस में रुकावट पैदा हो फिलहाल इस बारे में ईटीवी भारत ने किसानों से बात की तो किसानों ने बताया कि एक तो गेहूं की पैदावार बुवाई चल रही है तो वहीं दूसरी तरफ उन्हें मजदूर भी काम करने के लिए नहीं मिल पा रहे हैं और मजदूरों के ना मिलने की वजह से भी खेत में गन्ना खड़ा है और उसकी कटाई नहीं हो पा रही है ,जबकि कटाई ना होने की वजह से शुगर मिल तक पहुंचने में देरी हो रही है। इसका खामियाजा उठाना पड़ रहा है शुगर मिल को और शुगर मिल प्रबंधन के सामने संकट खड़ा हो गया है, क्योंकि जहां पिछले साल यह शुगर मिल 25 नवंबर को चालू हुई थी , वहीं इस बार करीब 10 दिन पूर्व शुगर मिल चालू भी हो गई है ,लेकिन उसके बाद भी यहां गन्ना किसान काफी कम संख्या में पहुंच पा रहे हैं।हालांकि किसान अलग अलग अपने तर्क यहां दे रहे हैं,किसानों का कहना है कि फसल की बुबाई की वजह से भी किसान गन्ना नहीं ला पा रहे हैं ,तो वहीं दूसरी वजह किसान बता रहे हैं कि दूसरा बड़ा कारण किसान बता रहे हैं कि गन्ने की कटाई के लिए अभी मजदूर नहीं हैं,जिस वजह से भी दिक्कत है,हम आपको बता दें कि पूर्वी यूपी से बहुसंख्या में गन्ने के सीजन में मजदूर गन्ना कटाई के लिए हर वर्ष आते हैं।तो वहीं दूसरी तरफ मिल को हो रहे नुकसान से परेशान शुगर मिल प्रबन्धनतन्त्र भी इससे परेशान है,वेव शुगर मिल के चीफ जनरल मैनेजर बी.एस.चौहान ने बताया कि पिवहले साल से बड़ा लक्ष्य वो इस बार लेकर चल रहे हैं,लेकिन शुरुआती दौर में उन्हें मिल को गन्ना न होने की वजह से कई बार पेराई के लिए गन्ना न होने की वजह से मिल शटडाउन करना पड़ रहा है,तो वहीं उनका कहना है कि किसानों से लगातार संवाद स्थापित किया जा रहा है,ताकि किसान समय से गन्ना लाएं।
बाइट.... देवेंद्र सिंह,गन्ना किसान,
बाइट.....अनुज प्रताप सिंह,गन्ना किसान,
बाइट....बी.एस. चौहान,चीफ जनरल मैनेजर,वेव शुगरमिल,बुलन्दशहर।

पीटीसी....श्रीपाल तेवतिया,
बुलन्दशहर,
9213400888.


Conclusion:
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.