बुलंदशहर: जिले में रविवार को एक व्यक्ति में कोरोना वायरस की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद जिला प्रशासन सतर्क हो गया है. हैरानी की बात यह है कि कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि उसकी रिपोर्ट से हुई है. बता दें कि पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बावजूद भी संक्रमित व्यक्ति में किसी तरह का कोई लक्षण दिखाई नहीं दिया. संक्रमित व्यक्ति से मिलने वाले गांव के 4 और लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन में भेजा गया है, जबकि उस परिवार के 8 लोग पहले ही खुर्जा में ऑब्जर्वेशन में हैं.
कोरोना पीड़ित को किया गया क्वॉरंटाइन
बुलंदशहर में रविवार को गौतमबुद्धनगर की एक कंपनी में एचआर मैनेजर की जिम्मेदारी निभाने वाले शख्स को कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी, जिसकी पहचान बुलंदशहर के वीर खेड़ा गांव के मूल निवासी के तौर पर हुई थी. पीड़ित को खुर्जा के लेवल-1 जटिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जबकि परिवार के 8 अन्य सदस्यों को भी खुर्जा के इंस्टीट्यूशनल आइसोलेशन वार्ड में भेजा गया था.
सोमवार को वीरखेड़ा गांव के ही चार अन्य लोगों को भी इंस्टिट्यूशनल क्वॉरंटाइन में खुर्जा भेजा गया है. इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी केएन तिवारी ने बताया कि ये चार लोग इस दौरान कोरोना पीड़ित से मिले थे और स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात के तौर पर इन्हें भी 14 दिन के ऑब्जर्वेशन में रखना ही उचित समझा है. सीएमओ का कहना है कि क्योंकि परिवार के आठ सदस्य और गांव के चार लोग इनसे मिले हैं, इन सभी में संक्रमण की जांच के लिए इन्हें ऑब्सर्वेशन में लिया गया है.
पॉजिटिव पाए गए युवक के अंदर किसी भी तरह का कोई भी लक्षण दिखाई नहीं दे रहा है, हालांकि नियम के अनुसार 5 दिन आइसोलेशन वार्ड में होने के बाद उनकी जो जांच रिपोर्ट आई उसमें वह पॉजिटिव पाया गया हैं. जिले में उन सभी की जांच की जा रही है, जिसने इस दौरान शख्स से मुलाकात की है. पूरे गांव के लोगों की स्वास्थ्य जांच कराई जाएगी, जिसके लिए टीमें बनाई जा रही हैं.
- के एन तिवारी, सीएमओ