महाकुंभ 2025: संगम के घाटों पर दिखी अव्यवस्थाएं, धरने पर बैठे संत - MAHA KUMBH MELA 2025
महाकुंभ स्नान को लेकर व्यापक इंतजाम का दावा किया जा रहा है. बावजूद इसके श्रद्धालुओं, साधु-संतों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Jan 14, 2025, 8:54 PM IST
प्रयागराज/महाकुंभनगर : प्रयागराज में संगम तट पर मकर संक्रांति अमृत स्नान के मौके पर मंगलवार को संगम क्षेत्र सहित सभी स्नान घाटों पर श्रद्धालुओं का हुजूम देखने को मिला. संगम साउथ क्षेत्र में भोर से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती रही. संत समाज के अखाड़ों के स्नान का कार्यक्रम होने के चलते श्रद्धालुओं की भीड़ संभालना मेला प्रशासन के लिए चुनौती बन गया. इसको लेकर संत समाज में नाराजगी देखने को मिली. वहीं मेला क्षेत्र में छुटपुट घटनाओं और अव्यवस्थाओं से लोगों को दो चार होना पड़ा.
दर्शन को आतुर श्रद्धालुओं ने बेरीकेडिंग तोड़ी: पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाने के साथ संतों की चरण रज पाने की अभिलाषा में श्रद्धालुओं की भीड़ संगम अपर मार्ग पर बने अखाड़ा मार्ग पर पहुंच गई. भीड़ के दबाव के चलते अखाड़ा मार्ग पर लगी बैरिकेडिंग भी टूट गई. वहां मौजूद पुलिस ने किसी तरह साधु-संतों को घाट तक पहुंचाया. वहीं अखाड़ा मार्ग पर पड़ने वाले संगम घाट में कटान अधिक होने के चलते घाट का आकार छोटा हो गया था. इसके चलते स्नान के लिए आने वाले साधु संतों को तकलीफों का सामना करना पड़ा. महानिर्वाणी अखाड़े के स्नान के दौरान साधु-संतों ने मेला प्रशासन से शिकायत करने की बात कही.
साधु-संतों के साथ सेल्फी और फोटो : संगम क्षेत्र में साधु-संतों के साथ फोटो और सेल्फी लेने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ काफी आतुर दिखी. बैरिकेडिंग की वजह से श्रद्धालु किसी तरह अपने फोन में दूर से ही संतों के साथ सेल्फी खींचते रहे. वहीं रथों पर सवार साधु-संत श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए उनके ऊपर पुष्पवर्षा करते हुए आगे बढ़ते रहे.
घाट पर बड़ी संख्या में गायब हुए मोबाइल : प्रयागराज त्रिवेणी संगम तट पर श्रद्धालुओं के साथ चोरी की वारदात भी हुईं. श्रद्धालु जब संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे थे, तो उसी समय कुछ उचक्कों ने उनके कीमती सामान, मोबाइल, कपड़े पार कर दिए. ऐसे में कुछ श्रद्धालुओं को बिना वस्त्र ही अपने परिजनों के साथ वापस जाना पड़ा.
घाटों पर रही अव्यस्था : संगम घाट पर लगे बिजली के पोल में साइनेज और नंबर भी नहीं थे. इसके चलते श्रद्धालु संगम में स्नान करने के बाद परिजनों से भटक गए. भीड़ के चलते श्रद्धालु भटक कर दूसरे सेक्टरों में पहुंच गए और मेला क्षेत्र में हुए डायवर्जन के चलते वह अपनों तक पहुंच नहीं पाए. इसके चलते बड़ी संख्या में लोग डिजिटल खोया पाया केंद्र पर अपनों की खोज में पहुंचे.
महाकुंभ में अव्यवस्था से नाराज महंत धरने पर बैठे: महाकुंभ के पहले स्नान पर्व मकर संक्रांति के अमृत स्नान के अवसर पर मेला प्रशासन की तैयारियों की पोल खुल गई. पुलिस और प्रशासन की व्यवस्था से नाराज साधु-संत बड़ा उदासीन अखाड़े के महंत दुर्गादास के नेतृत्व में धरने पर बैठ गए. महंत दुर्गा दास का कहना था कि संगम क्षेत्र में तमाम अव्यवस्थाएं हैं.
साधु-संतों, संन्यासियों और श्रद्धालुओं को स्नान के दौरान असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है. मौके पर पहुंचे मेला अधिकारी विजय किरन आनंद ने महंत दुर्गादास को भरोसा दिलाया कि अव्यवस्थाओं को तत्काल दूर किया जाएगा. साथ ही मेला क्षेत्र में लगे कार्मिकों को भी निर्देश दिया. काफी मान मनौव्वल के बाद मामला शांत हुआ.
किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासनिक अमला तैनात: उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने दावा किया है कि हमने प्रयागराज कुंभ में लोगों के लिए उचित व्यवस्था की है. लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 60 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए प्रशासनिक अमला तैनात है. सभी अधिकारी कर्मचारी अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं.