बुलंदशहर: जिले के परिषदीय विद्यालयों में लंबे समय से विद्युत कनेक्शन कटे हुए हैं. विद्युत बिल का भुगतान न होने की वजह से करीब 2000 स्कूलों में बिजली की सप्लाई रोक दी गई है. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के मुताबिक कुल साढ़े पांच करोड़ रुपये से भी अधिक विद्युत बिल का भुगतान बकाया है. इतनी बड़ी संख्या में विद्यालयों में बिजली सप्लाई काटे जाने से शिक्षा विभाग की ओर से जिला पंचायत राज विभाग को बिल भुगतान के निर्देश दिए गए हैं.
- बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों में 5 करोड़ 68 लाख रुपये का बिजली बिल बकाया है.
- इसके चलते महीनों से स्कूली छात्रों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.
- इन विधालयों में कमरों में पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था भी नहीं हो पाती है.
- साथ ही उमस के वक्त छात्रों को किताब से हवा करनी पड़ती है.
- यही स्थिति पिछले साल थी, जब करीब चार करोड़ रुपये का बिजली बिल बकाया था.
- पिछले साल भी बिल को नहीं भरा गया जिससे पैनल्टी लगने से यह राशि 5 करोड़ 68 लाख रुपये तक पहुंच गई.
- बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत कुल 2 हजार 399 विद्यालय आते हैं, जिनमें 1 हजार 635 प्राथमिक विधालय तो वहीं 764 जूनियर हाईस्कूल हैं.
- इन सभी विद्यालयों में कमोबेश बिजली व्यवस्था लंबे समय से ठप्प पड़ी है.
जो ग्रामीण अंचलों के विद्यालय हैं . वहां लोग केबिल काटकर ले जाते हैं, जिसकी वजह से दिक्कत का सामना करना पड़ता है. जिले में शिक्षा विभाग पर करीब 5 करोड़ 68 लाख रुपए का विद्युत बिल बकाया है. जिला पंचायती राज विभाग को विधुत बिल के भुगतान के बारे में शासन से दिशा निर्देश प्राप्त हुए हैं. सभी सरकारी स्कूलों के कनेक्शन जुड़वाने और वहां के भुगतान के बारे में पंचायती राज विभाग को कार्रवाई करनी है.
-अम्बरीष कुमार, बेसिक शिक्षा अधिकारी