बिजनौर: जनपद के रेहड़ क्षेत्र के अमानगढ़ टाइगर रिजर्व के वन रेंज कक्षा संख्या 9 में बीती रात एक हाथी के बच्चे का शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों ने हाथी के बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. हाथी के बच्चे की मौत किन कारणों से हुई है अभी इसका पता नहीं चल पाया है.
बताया जा रहा है कि, जनपद बिजनौर के किरतपुर के रहने वाले सरदार ऋषि पाल सिंह के खेत के पास हाथी के बच्चे का शव पड़ा मिला. जिसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों ने हाथी के बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मुख्य वन संरक्षक बरेली ललित वर्मा, वन संरक्षण मुरादाबाद जावेद अख्तर, बिजनौर डीएफओ डॉ. एम सिमरन ने अमानगढ़ टाइगर रिजर्व रेंज पहुंच कर मामले की जांच की.
बीमारी से हुई मौत
डीएफओ डॉ. एम सिमरन ने फोन पर बताया कि हाथी का बच्चा करीब तीन साल का था. हाथी के बच्चे की मृत्यु किसी बीमारी के कारण हुई है. साथ ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चल पाएगा. रिपोर्ट आने में अभी कुछ समय लगेगा, उसके बाद ही हाथी के बच्चे की मौत की स्थिति स्पष्ट हो पाएगी.
गरमाया था केरल में हथिनी की मौत का मामला
बता दें, बीते दिनों केरल में हथिनी की मौत का मामला गरमाया रहा था. हथिनी की पटाखे खाने से मौत हुई थी. जंगली हथिनी की गत 27 मई को जबड़े और मुंह पर गंभीर चोटें आने के बाद मौत हो गई थी. वन विभाग ने बताया था कि हथिनी गर्भवती थी. फिलहाल, इस मामले में वन विभाग कर्मियों ने ये साफ किया कि हथिनी को किसी ने जबरन पटाका नहीं खिलाया था.