बिजनौर: सोशल मीडिया पर बिजनौर के ग्राम विकास अधिकारी का वीडियो वायरल हो रहा है. आरोप है कि ग्राम विकास अधिकारी हैंडपंप की रिबोरिंग के रुपयों का भुगतान करने की एवज में ठेकेदार से 10 से 15 हजार रुपये की मांग कर रहा था. इस मांग से परेशान होकर ठेकेदार ने ग्राम विकास अधिकारी की वीडियो शूट कर ली और इसको सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया. यह वीडियो वायरल हो गया, तो जिला विकास अधिकारी रचना गुप्ता ने ग्राम विकास अधिकारी को सस्पेंड कर दिया. इस मामले में ठेकेदार और ग्राम विकास अधिकारी के बीच हुए हंगामे का वीडियो वायरल हो रहा है.
हम आपको बता दें कि बिजनौर में जिला विकास अधिकारी रचना गुप्ता ने नजीबाबाद ब्लॉक में तैनात ग्राम विकास अधिकारी अरविंद सिंह को कमीशन खोरी के आरोप वाला वीडियो वायरल होने के बाद शनिवार को पत्र जारी कर निलंबित कर दिया. इस सस्पेंशन लेटर में बताया गया कि एक वीडियो मुख्य विकास अधिकारी को भेजी गई थी. इसमें ठेकेदार की तरफ से ग्राम विकास अधिकारी अरविंद सिंह पर किसी कार्य का भुगतान करने के लिए दस से पंद्रह हजार रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगा है.
ग्राम विकास अधिकारी ने ठेकेदार के साथ गाली गलौज और अभद्र व्यवहार भी किया. सस्पेंशन लेटर में लिखा है कि ग्राम विकास अधिकारी अरविंद सिंह ने विभाग की छवि को धूमिल किया है. उनको प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया. ठेकेदार और ग्राम पंचायत अधिकारी के बीच हुई बातचीत और हंगामे का वीडियो सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा है.
ग्राम विकास अधिकारी अरविंद सिंह नजीबाबाद ब्लॉक में तैनात है और कालेहेड़ी गांव में ठेकेदार के बीच विवाद कमीशन के रुपयों को लेकर विवाद हुआ. ठेकेदार ने ग्राम पंचायत अधिकारी पर भुगतान के बदले घूस मांगने का आरोप लगाया और जमकर हंगामा किया. ग्राम पंचायत अधिकारी उससे बचकर गाड़ी में बैठकर भागते हुए नजर आया. साथ ही वीडियो में गाली गलौच भी खूब सुनाई दी. यह वीडियो नजीबाबाद के एक गांव का बताया जा रहा है. हैंडपंप की रिबोरिंग हुई थी. इनका भुगतान ठेकेदार को नहीं किया जा रहा था. 15 हजार रुपये घूस ने देने पर भुगतान ग्राम विकास अधिकारी ने रोक रखा था.