मिर्जापुर: जनपद में स्वास्थ्य विभाग का सिस्टम फेल होता दिखाई दे रहा है. शुकुलपुर गांव में डायरिया पीड़ित का इलाज अस्पताल में न होकर पेड़ के नीचे किया जा रहा है. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. डायरिया पीड़ितों का हाल जानने पहुंचे एसडीएम के सामने भी ग्लूकोज की बोलत पेड़ से लटका कर चारपाई पर लेटा कर इलाज किया जा रहा था. वहीं, एसडीएम का कहना है कि अगर किसी की हातल सीरियस है तो उसके इलाज के लिए गाड़ी या बेड का इंतजार नहीं किया जाएगा.
हलिया ब्लाक के कठारी और शुकुलपुर गांव में डायरिया फैला है. अब तक इसकी वजह से तीन बच्चों की हो मौत हो चुकी है. 28 से ज्यादा लोग डायरिया से पीड़ित हैं. गांव में डायरिया फैलने का कारण कुंए का दूषित पानी पीना बताया जा रहा है. वहीं, सोशल मीडिया पर शुकुलपुर गांव का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में एक पीड़िता का इलाज पेड़ के नीचे चारपाई पर होता दिखाई दे रहा है.
वायरल वीडियो पर सीएमओ राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि किसी की हालत सीरियस है तो जान बचाने के लिए उसे बोतल लगा दी जाती है. गाड़ी या बेड का इंतजार नहीं किया जाता है. किसी मरीज को डिहाइड्रेशन रहेगा तो हम इंतजार नहीं करेंगे कि कब गाड़ी आएगी या बेड मिलेगा. उसमें बहुत खतरा हो सकता है. इसलिए तुरंत बोतल लगा दी जाती है.
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हलिया थाना क्षेत्र के कई गांवों में फैल रहे डायरिया से हो रही मौत के बाद जिला प्रशासन ने अधिकारियों के खिलाफ सख्ती शुरू कर दी है.डीएम के निर्देश पर सीएमओ ने हलिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी को हटाकर लालगंज पीएचसी प्रभारी को अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया है.
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