बस्ती: जिले के छावनी थाना क्षेत्र में हुए ट्रिपल मर्डर का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. 8 और 9 जनवरी की रात इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था. आलू व्यापारी से लूट और आपसी खुन्नस की वजह से इस घटना को साथी ट्रक चालकों ने किया था.
आलू व्यापारी से लूट और हत्या की योजना
आलू व्यापारी के 6 लाख 50 हजार रुपये लूटने के लिए तीनों को मौत के घाट उतार दिया गया. इसमें आलू व्यापारी असलम, ट्रक चालक राजकुमार गौतम और खलासी सोनी की धारदार हथियार से गला काट कर हत्या की गई थी. पुलिस ने जब मामले की पड़ताल शुरू की और टोल प्लाजा के फुटेज खंगाले तो इस हत्याकाण्ड में शामिल ट्रक ड्राइवरों अजीत सिंह, गोलू यादव और शीलू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त दो ट्रक, दो चाकू, एक रॉड और एक अवैध असलहे को बरामद किया है. पुलिस अभी लूट के पैसों को बरामद नहीं कर पाई है. अभियुक्त गोलू यादव ने लूट का पैसा अपने भाई मनीष को दे दिया. पैसों की बरामदगी के लिए पुलिस की टीम उन्नाव रवाना की गई है.
बिहार से यूपी आता जाता था व्यापारी
बिहार का आलू व्यापारी अक्सर इसी ट्रक से आलू प्याज खरीदने के लिए कानपुर मण्डी में आता जाता था. पकड़े गए अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया की उनकी मुलाकात व्यापारी से 8 जनवरी की शाम को कुशीनगर में एक ढाबे पर हुई थी. बातचीत के बाद अभियुक्तों ने व्यापारी से लूट का प्लान बनाया, जब आलू व्यापारी, ट्रक चालक और खलासी ट्रक नम्बर UP78 DN 8915 से आगे बढ़े तो ट्रक नम्बर UP53 T 0576 और UP78 CT 0956 को व्यापारी के ट्रक के पीछे लगा दिया.
प्लान बनाकर की गई हत्या
बस्ती के हर्रैया टोल प्लाजा के पहले इन तीनों ट्रक चालकों और आलू व्यापारी ने चाय पी. इस के बाद ये लोग साथ में कानपुर के लिए आगे बढ़े, आगे जाने के बाद ट्रक को ओवर टेक कर ट्रक चालक सोनू को ट्रक पंचर होने की बात कह कर ट्रक को रूकवा लिया, जैसे ही सोनू नीचे उतरा, चाकू से उस का गला रेत कर हत्या कर दी गई और लाश को हाइवे के किनारे झाड़ियों में फेंक दिया. ट्रक में सो रहे आलू व्यापारी असलम और ट्रक ड्राइवर राजकुमार गौतम को भी इन लोगों ने ट्रक के अंदर केबिन में चाकू और राड से मारकर मौत के घाट उतार दिया, और ट्रक को घटना स्थल से 5 किलोमीटर आगे ले जाकर पार्क किया.
पैसे लूटकर हत्यारोपी फरार
आलू व्यापारी के 6.5 लाख रूपये लूट कर अपने-अपने ट्रक से फरार हो गए. इस तिहरे हत्या काण्ड के खुलासे के लिए पुलिस की कई टीमें लगाई गईं. ट्रक में लगे जीपीएस से सर्विलांस की टीम ने ट्रक की लोकेशन और जानकारी इकट्ठा की. रास्ते में पड़ने वाले सभी टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया, जिसके बाद इस हत्या काण्ड का पुलिस ने खुलासा किया.