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यूक्रेन से लौटे छात्र-छात्राओं ने सुनायी आपबीती, सुनकर आप भी हो जाएंगे हैरान

यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की वतन वापसी को भारत सरकार की ओर से ऑपरेशन गंगा चलाया जा रहा है. वापस लौटे छात्रों में किसी ने भारत सरकार की सरहना की तो किसी ने आपबीती सुनायी तो किसी ने अभी भी वहां फंसे छात्रों को वापस लाने की अपील की.

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यूक्रेन से लौटे छात्र-छात्राओं ने सुनायी आपबीती
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Published : Mar 3, 2022, 10:27 PM IST

बस्ती: रूस और यूक्रेन (Russia Ukraine War) के बीच चल रहे युद्ध में फंसे भारतीय छात्रों की वतन वापसी को भारत सरकार की ओर से ऑपरेशन गंगा चलाया जा रहा है. जिसके तहत वहां फंसे छात्रों की घर वापसी कराई जा रही है. गुरुवार को बस्ती, अमरोहा, कन्नौज सहित कई जिलों के छात्र और छात्राएं वापस सकुशल अपने घर लौट गए. उनके लौटने के बाद उनके परिजनों की आंखों में एक अलग तरह की खुशी दिखायी दी. वापस लौटे छात्रों में किसी ने भारत सरकार की सरहना की तो किसी ने आपबीती सुनायी तो किसी ने अभी भी वहां फंसे छात्रों को वापस लाने की अपील की.

यूक्रेन से लौटे छात्र-छात्राओं ने सुनायी आपबीती

बस्ती जिले के गोटवा के चिकित्सक डॉ. वीके वर्मा की पुत्री सुरभि वर्मा यूक्रेन से जब घर पहुंची तो परिजनों को ऐसा लगा जैसे मानों उनको दुनिया की सारी खुशियां मिल गई हो. लेकिन जब उसने आपबीती सुनाई तो उसे सुनकर भी लोगों का कलेजा कांप गया. सुरभि ने बताया कि परिस्थितियों को देखते हुए हमने पहले ही स्वदेश आने के लिए 24 फरवरी को फ्लाइट की टिकट बुक करा रखा था. 23 फरवरी की शाम को हॉस्टल से निकल कर जब एयरपोर्ट पहुंचने वाले थे, तभी मैसेज आया कि अब सारी फ्लाइट कैंसिल हो गई है. वहां से हमें लेजाकर दूतावास के निकट एक स्कूल के बेसमेंट में रखा गया. कारण यह था कि 24 की सुबह से ही बमबारी शुरू हो गई थी. वहां 24 घंटे में छः बच्चों के बीच एक बार एक प्लेट खाना मिलता था, जिसमें एक आदमी को तीन निवाला भी मिलना मुश्किल हो जाता था.


अमरोहा की दो छात्राएं वापस लौटीं
इसी तरह अमरोहा जनपद के जोया कस्बे की रहने वाली छात्रा अंशिका गौतम मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गई थी. वह सकुशल घर लौट आई है. इसके बाद परिवार के लोगों ने उसका जोरदार स्वागत किया. वहीं, भारत सरकार के मंत्री ने अंशिका गौतम को दिल्ली एयरपोर्ट रिसीव करने के लिए पहुंचे थे. अमरोहा के प्रीत विहार कॉलोनी निवासी मास्टर सतेंद्र सिंह की बेटी अंजली चौधरी को भी ऑपरेशन गंगा के तहत सकुशल वापस लाने में भारत सरकार कामयाब हुई. भाजपा के जिला अध्यक्ष ऋषि पाल नागर और उनकी टीम ने अंजलि का स्वागत किया.

इसे भी पढे़ंः यूक्रेन से लौटी फिरोजाबाद की कीर्ति ने कहा- थैंक्स इंडिया

आगरा के 3 छात्र सकुशल अपने घर लौटे
आगरा के एत्मादपुर के थाना खंदौली स्थित आगरा नोएडा यमुना एक्सप्रेस-वे पर गुरुवार दोपहर 11:00 बजे 3 छात्र आगरा पहुंचे. आगरा पहुंचने पर उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने उनकी बहुत मदद की, जिससे वह सुरक्षित अपने घर पहुंच गए. एत्मादपुर के यमुना एक्सप्रेस वे स्थित खंदौली टोल प्लाजा पर यूक्रेन से आगरा पहुंचे छात्रों ने बताया कि उन्होंने 2019 में मेडिकल की पढ़ायी के लिए यूक्रेन में एडमिशन लिया था. कुछ दिन के बाद वह वापस भारत आ गए थे. सितंबर 2021 में वापस यूक्रेन गए थे. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध होने से 25 फरवरी 2022 को वह वापस चलने के लिए तैयार हुए रास्ते में कई जगह उनको परेशानियों का सामना करना पड़ा.

कन्नौज और शाहजहांपुर में दो छात्राएं लौटीं
इसी तरह यूक्रेन में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रही कन्नौज जिले के गुरुसहायगंज कस्बा ईशा गुरुवार को घर वापस आ गई. छात्रा के घर पहुंचने पर परिजनों और स्थानीय लोगों ने फूल-मालाओं और ढोल- नगाड़ों के साथ स्वागत किया. रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से परिजन चिंतित थे. हर पल बेटी के सही सलामत घर वापसी की दुआ कर रहे थे. यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही शाहजहांपुर की छात्रा इपतेशाम सकुशल अपने घर वापस पहुंच गई है. घर वापस पहुंचने पर परिवार के चेहरे पर खुशी दिखाई दी. एमबीबीएस की छात्रा उसके परिवार ने सरकार के प्रयासों की जमकर सराहना की है. छात्रा का कहना है कि सरकार ने सभी छात्र छात्राओं की वापसी अपने परिवार के सदस्य की तरह करवाई है. इपतेशाम 2019 में यूक्रेन के विनीतसिया शहर में एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए गई थी. अचानक यूक्रेन पर रूसी सेना के हमले के बाद वहां के हालात बिगड़ गए.

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बस्ती: रूस और यूक्रेन (Russia Ukraine War) के बीच चल रहे युद्ध में फंसे भारतीय छात्रों की वतन वापसी को भारत सरकार की ओर से ऑपरेशन गंगा चलाया जा रहा है. जिसके तहत वहां फंसे छात्रों की घर वापसी कराई जा रही है. गुरुवार को बस्ती, अमरोहा, कन्नौज सहित कई जिलों के छात्र और छात्राएं वापस सकुशल अपने घर लौट गए. उनके लौटने के बाद उनके परिजनों की आंखों में एक अलग तरह की खुशी दिखायी दी. वापस लौटे छात्रों में किसी ने भारत सरकार की सरहना की तो किसी ने आपबीती सुनायी तो किसी ने अभी भी वहां फंसे छात्रों को वापस लाने की अपील की.

यूक्रेन से लौटे छात्र-छात्राओं ने सुनायी आपबीती

बस्ती जिले के गोटवा के चिकित्सक डॉ. वीके वर्मा की पुत्री सुरभि वर्मा यूक्रेन से जब घर पहुंची तो परिजनों को ऐसा लगा जैसे मानों उनको दुनिया की सारी खुशियां मिल गई हो. लेकिन जब उसने आपबीती सुनाई तो उसे सुनकर भी लोगों का कलेजा कांप गया. सुरभि ने बताया कि परिस्थितियों को देखते हुए हमने पहले ही स्वदेश आने के लिए 24 फरवरी को फ्लाइट की टिकट बुक करा रखा था. 23 फरवरी की शाम को हॉस्टल से निकल कर जब एयरपोर्ट पहुंचने वाले थे, तभी मैसेज आया कि अब सारी फ्लाइट कैंसिल हो गई है. वहां से हमें लेजाकर दूतावास के निकट एक स्कूल के बेसमेंट में रखा गया. कारण यह था कि 24 की सुबह से ही बमबारी शुरू हो गई थी. वहां 24 घंटे में छः बच्चों के बीच एक बार एक प्लेट खाना मिलता था, जिसमें एक आदमी को तीन निवाला भी मिलना मुश्किल हो जाता था.


अमरोहा की दो छात्राएं वापस लौटीं
इसी तरह अमरोहा जनपद के जोया कस्बे की रहने वाली छात्रा अंशिका गौतम मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गई थी. वह सकुशल घर लौट आई है. इसके बाद परिवार के लोगों ने उसका जोरदार स्वागत किया. वहीं, भारत सरकार के मंत्री ने अंशिका गौतम को दिल्ली एयरपोर्ट रिसीव करने के लिए पहुंचे थे. अमरोहा के प्रीत विहार कॉलोनी निवासी मास्टर सतेंद्र सिंह की बेटी अंजली चौधरी को भी ऑपरेशन गंगा के तहत सकुशल वापस लाने में भारत सरकार कामयाब हुई. भाजपा के जिला अध्यक्ष ऋषि पाल नागर और उनकी टीम ने अंजलि का स्वागत किया.

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आगरा के 3 छात्र सकुशल अपने घर लौटे
आगरा के एत्मादपुर के थाना खंदौली स्थित आगरा नोएडा यमुना एक्सप्रेस-वे पर गुरुवार दोपहर 11:00 बजे 3 छात्र आगरा पहुंचे. आगरा पहुंचने पर उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने उनकी बहुत मदद की, जिससे वह सुरक्षित अपने घर पहुंच गए. एत्मादपुर के यमुना एक्सप्रेस वे स्थित खंदौली टोल प्लाजा पर यूक्रेन से आगरा पहुंचे छात्रों ने बताया कि उन्होंने 2019 में मेडिकल की पढ़ायी के लिए यूक्रेन में एडमिशन लिया था. कुछ दिन के बाद वह वापस भारत आ गए थे. सितंबर 2021 में वापस यूक्रेन गए थे. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध होने से 25 फरवरी 2022 को वह वापस चलने के लिए तैयार हुए रास्ते में कई जगह उनको परेशानियों का सामना करना पड़ा.

कन्नौज और शाहजहांपुर में दो छात्राएं लौटीं
इसी तरह यूक्रेन में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रही कन्नौज जिले के गुरुसहायगंज कस्बा ईशा गुरुवार को घर वापस आ गई. छात्रा के घर पहुंचने पर परिजनों और स्थानीय लोगों ने फूल-मालाओं और ढोल- नगाड़ों के साथ स्वागत किया. रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से परिजन चिंतित थे. हर पल बेटी के सही सलामत घर वापसी की दुआ कर रहे थे. यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही शाहजहांपुर की छात्रा इपतेशाम सकुशल अपने घर वापस पहुंच गई है. घर वापस पहुंचने पर परिवार के चेहरे पर खुशी दिखाई दी. एमबीबीएस की छात्रा उसके परिवार ने सरकार के प्रयासों की जमकर सराहना की है. छात्रा का कहना है कि सरकार ने सभी छात्र छात्राओं की वापसी अपने परिवार के सदस्य की तरह करवाई है. इपतेशाम 2019 में यूक्रेन के विनीतसिया शहर में एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए गई थी. अचानक यूक्रेन पर रूसी सेना के हमले के बाद वहां के हालात बिगड़ गए.

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