बस्ती: गांव में योगी सरकार 18 घंटे बिजली की व्यवस्था देने का दावा करती है, लेकिन हकीकत कुछ और है. इसके बावजूद बिजली के बिल किसानों की चिंता का कारण बनते रहे हैं. बिजली कटौती और भारी-भरकम बिल से बचाने के लिए सरकार किसानों को कम लागत पर सोलर पंप मुहैया करा रही है. इसके इस्तेमाल से न तो उन्हें बिजली का बिल भरना होगा और ना ही सिंचाई के लिए डीजल के खर्च की चिंता होगी.
213 का लक्ष्य किया पूरा
जनपद में 2018-19 में अवशेष लक्ष्य 213 का था, जिसमें 197, 2 हॉर्स पावर, 14, तीन हॉर्स पावर और 2, पांच हॉर्स पावर का था. जिला कृषि अधिकारी संजय त्रिपाठी ने बताया कि हमने 213 का लक्ष्य पूरा कर लिया है. सबके ड्राफ्ट का सत्यापन करा लिया गया है. उन्होंने बताया कि सोलर पंप को लेकर किसानों की डिमांड को देखते हुए हमने अपने उच्चाधिकारियों से और लक्ष्य की मांग की है. उन्होंने बताया कि इससे अन्य किसानों को भी लाभ मिलेगा.
बिजली कटौती जैसी सभी समस्याओं से मिलेगा निदान
कृषि अधिकारी ने बताया कि सोलर से किसानों के ज्यादा बिल आने और बिजली कटौती जैसी सभी समस्याओं का निदान मिल जाएगा. उन्होंने कहा कि ज्यादातर किसान पम्पसेट से अपने खेतों की सिंचाई करते हैं. ऐसे में उन्हें डीजल की बढ़ती कीमतें सताती हैं. जिसे देखते हुए सरकार ने किसानों को अनुदान देने की व्यवस्था की है.
इस योजना में जो किसान कार्यालय में पहले ड्राफ्ट जमा करते हैं, उन्हें पहले सोलर पम्प मिलता है. इस योजना में कोई भी क्राइटेरिया नहीं किया गया था. सभी किसान योजना का लाभ ले सकते हैं. जल्द ही और सोलर पंप देने की योजना शुरू की जाएगी.
संजय त्रिपाठी, जिला कृषि अधिकारी