बस्ती : उत्तर प्रदेश में भाजपा की सहयोगी सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी के प्रवक्ता पीयूष मिश्रा ने कहा है कि अगर भाजपा सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट को 24 फरवरी तक लागू नहीं करती है, तो हम भाजपा का साथ छोड़कर सपा-बसपा गठबंधन के साथ लोकसभा चुनाव में जा सकते हैं.
सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी के प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी पीयूष मिश्रा ने अपने गृह जनपद में कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो हम गठबंधन (सपा-बसपा) के साथ भी जा सकते हैं. उनके साथ कई दौर की बातचीत हो चुकी है. 24 फरवरी के बाद भाजपा के साथ कोई समझौता नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि भाजपा ने वादा किया था कि लोकसभा चुनाव से छह महीने पहले सामाजिक न्याय समिति की सिफारिशों को लागू किया जाएगा, लेकिन इस पर कोई सहमति नहीं है. पिछले साल मई में गठित समिति ने राज्य सरकार को अपनी सिफारिशों में तीन श्रेणियों पिछड़ा, सर्वाधिक पिछड़ा और अत्यधिक पिछड़ा में पिछड़ी जातियों के विभाजन का पक्ष लिया था.
राज्य में पिछड़े वर्ग के मतदाताओं की संख्या लगभग 44 प्रतिशत है और किसी भी पार्टी की राजनीतिक संभावनाओं को बनाने में यह वर्ग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 403 में से 312 सीटें हासिल की थीं, जबकि एसबीएसपी ने 4 सीटों पर जीत दर्ज की थी. गठबंधन की एक अन्य सहयोगी अपना दल ने नौ सीटें जीती थीं. सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख और वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर पहले ही कह चुके हैं कि अगर भाजपा हमारी बातें नहीं मानती तो सपा-बसपा गठबंधन के साथ जाने का विकल्प हमारे लिए खुला है.