बस्ती: भारी बरसात के चलते सरयू नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ने लगा है. एक तरफ जहां बोल्डर गिराकर कटान को रोकने का प्रयास किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ सरयू की धारा तटवर्ती गांवों के मकानों से सट कर बहने लगी है. दर्जनों गांवों के हजारों ग्रामीण दहशत में हैं, जिसको देखते हुए प्रशासन ने गांव को खाली कराना शुरू कर दिया है. वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन की तरफ से कोई सूचना पहले से नहीं दी गयी थी.
दरअसल लगातार हो रही बरसात से सरयू नदी तेजी से कटान करने लगी है. जल स्तर लगातार बढ़ रहा है. सरयू नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. इससे जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है. प्रशासन ने सभी बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया है. राजस्व और बाढ़ विभाग की टीम बांध पर रुककर लगातार नजर बनाए हुए हैं.
बढ़ते जलस्तर से ग्रामीण परेशान
वहीं नदी का रुख देख सरयू किनारे बसे गांव में लोग जरूरत के सामान जुटाने में लग गए हैं. जनपद के विक्रमजोत ब्लॉक के तटबंध पर बसे गांव कल्याणपुर को सबसे ज्यादा खतरा है. गांव के लोग डरे हुए हैं. कहीं ऐसा न हो कि बाढ़ से उनके लिए भोजन के भी लाले न पड़ जाएं. ग्रामीणों के खेत पहले ही सरयू में समा चुके हैं. अब सबसे बड़ी चिंता घरों की है कि कहीं वह भी नदी की धारा में विलीन न हो जाएं.
मकान से सट कर बह रही सरयू
जहां तक प्रशासन की बात है तो वो छह साल से बांध निर्माण की बात दोहरा रहा है, लेकिन अभी तक अमली जामा नहीं पहनाया जा सका. वहीं अधूरे पड़े तटबंध के कारण कल्यानपुर गांव के एक व्यक्ति मकान से सट कर सरयू नदी बहने लगी है, जिसकी जानकारी होते ही प्रशासन ने इस परिवार के मकान को खाली कराने का निर्देश दे दिया गया है. मकान को सील कर दिया है.
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने दी जानकारी
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने बताया कि बाढ़ राहत के लिए सभी टीमों को लगा दिया गया है. साथ ही ऐसे लोग जिनके घरों को खतरा है, उन्हें स्कूल में रखा जा रहा है. वहां उनके रहने, खाने की समुचित व्यवस्था की जा रही है. साथ ही सभी तटबन्धों पर टीम 24 घण्टे निगरानी की जा रही है, ताकि किसी भी तरह आपातकाल में लोगों को सुरक्षित रखा जा सके.