बस्ती: राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2013 भारत सरकार द्वारा अधिसूचित एक कानून है, जिसके माध्यम से भारत सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि देश में जनसाधारण को खाद्यान्न उपलब्ध हो सके. इसके तहत गरीबों को सस्ती दरों पर पर्याप्त मात्रा में खाद्यान सामग्री पहुंचाने की योजना थी, लेकिन ग्रामीणों को पिछले कई महीने का राशन नहीं मिला है. जो राशन मिलता भी है, उसकी मात्रा कभी पूरी नहीं होती है.
जानें क्या है मामला-
- कोटेदार के मनमानी के चलते ग्रामीणों को राशन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है.
- इससे लोगों में नाराजगी है, जिसको लेकर कार्ड धारक हरैया तहसील पहुंचे.
- इस दौरान सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि कोटेदार की मुख्यमंत्री पोर्टल 1076 पर शिकायत की गई है.
- डीएम से भी कोटेदार की शिकायत की गई है, जिस पर उन्होंने एसडीएम को जांच के लिए कहा है.
- एसडीएम के निर्देश पर हरैया सप्लाई इंस्पेक्टर जांच करने गए.
- सुनील ने आरोप लगाया कि सप्लाई इंस्पेक्टर ने पैसा लेकर एकतरफा जांच की.
- कोटेदार पर ग्रामीणों ने घटतौली, गुंडागर्दी और अंगूठा लगवाने के नाम पर अवैध वसूली का भी आरोप लगाया.
- दिव्यांग महिला शम्सुनिशा ने बताया कि राशन लेने जाते हैं तो भगा दिया जाता है.
- उन्होंने बताया की कोटेदार कहता है कि तुम्हारा अंगूठा नहीं लग रहा है, जिसको ठीक करने के लिए 1200 रुपये लिए गए.
- ग्रामीण सुखराम यादव ने कहा कि पूरा राशन कभी नहीं मिला है.
- जब मुख्यमंत्री से शिकायत की तब ठीक हुआ, लेकिन कुछ दिन बाद फिर मनमानी करने लगे.