बस्ती: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया हैं कि भ्रष्टाचार कम हो और जनता की समस्याओं का तत्काल निदान किया जाए. लेकिन जिले में सीएम के आदेश का कोई असर नहीं दिख रहा है. यहां बगैर घूस के कोई कर्मचारी जनता का काम नहीं सुनता है.
जिले के आरटीओ विभाग का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें बाबू लाइसेंस बनाने के नाम पर 500 रूपए की मांग कर रहा है. आरटीओ विभाग के सहायक लिपिक जितेन्द्र यादव के पास विश्वनाथ गिरी नाम का युवक लाइसेंस बनवाने के लिए गया था और उस दौरान उसने पैसा देने और बातचीत का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया. जिसके बाद से आरटीओ विभाग में हड़कम्प मचा हुआ है.
आरटीओ विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार का यह कोई नया मामला नहीं है, जहां बिना दलाल और पैसे के आप कोई भी काम नहीं करवा सकते हैं. युवक का कहना है की आरटीओ कार्यालय पर बाहरी लोगों का कब्जा है, जो सरकारी कर्मचारी की तरह आफिस में दलाली का काम करते हैं. इन दलालों के माध्यम से पैसों का लेन-देन किया जाता है. वीडियो वायरल होने के बाद एआरटीओ अरुण चौबे ने बताया कि आरोपी बाबू के खिलाफ जांच टीम गठित करके उसको हटाकर निर्वाचन में ड्यूटी लगा दी गई है. फिलहाल अभी तक आरोपी बाबू के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है.