बस्ती: लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड में जेई की मौत के बाद पूरे मंडल के अवर अभियंता लगातार कार्य बहिष्कार पर चल रहे हैं. 10 दिन बाद भी शुक्रवार को एक्सईएन पर कार्रवाई न होने पर पूरे प्रदेश में अवर अभियंताओं ने कार्य बहिष्कार कर दिया. अभियंताओं का कहना है कि हम न्याय मिलने तक पीछे हटने वाले नहीं हैं. अगर जरूरत पड़ी तो भूख हड़ताल पर भी बैठेंगे.
अवर अभियंता हरीश वर्मा की हार्ट अटैक से मौत के बाद परिजनों और साथी अभियंताओं ने एक्सईएन पर मानसिक दबाव डालने का आरोप लगाया. अवर अभियंताओं का आरोप था कि मृतक जेई हरीश का जान बूझकर मिड शेषन में ट्रांसफर कर दिया गया और एक दिन रिलीव होने को कहा गया.
अभियंताओं का आरोप है कि लगभग एक साल से एक्सईएन के रवैये से शासन को अवगत कराया जाता रहा, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. वहीं अंत मे एक जेई को जान से हाथ धोना पड़ा, जिसके बाद से एक्सईएन पर कार्रवाई की मांग को लेकर अवर अभियंताओं का हड़ताल लगातार जारी है. इस हड़ताल से कार्यालय का कामकाज ठप हो गया है.
अवर अभियंता आरोपी एक्सईएन अनिल कुमार गुप्ता पर कार्रवाई होने तक आंदोलन रोकने को तैयार नहीं है. इसी का नतीजा है कि शुक्रवार को यह मामला पूरे प्रदेश में पहुंच गया, जिसको लेकर प्रदेश के अवर अभियंताओं ने कार्य बहिष्कार कर दिया.
गुस्साए अवर अभियंताओं ने कहा कि आरोपी एक्सईएन के खिलाफ अभी तक कार्रवाई नहीं की गई है. प्रमुख अभियंता ने दो बार तीन दिन का समय मांगा था, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसको लेकर संगठन नेतृत्व में पूरे प्रदेश में कार्य बहिष्कार किया है. अवर अभियंताओं ने आरोप लगाया कि एक्सईएन अनिल गुप्ता द्वारा मानसिक उत्पीड़न करने से साथी हरीश वर्मा की मौत हुई है.
अभी तक न तो एक्सईएन का स्थानांतरण हुआ और न ही उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की गई. अभियंताओं ने कहा कि जब तक न्याय नही मिलता लड़ाई जारी रहेगी, प्रदेश नेतृत्व अगर कहता है तो हम भूख हड़ताल भी करेंगे.
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