बस्ती: शहर के रोडवेज डिपो को नए सिरे से तैयार करने की योजना पर संटक के बादल मंडरा रहे हैं. उम्मीद थी कि रोडवेज परिसर के जर्जर भवनों से छुटकारा मिल जाएगा, लेकिन बजट के फेर में उम्मीदों को झटका लगता नजर आ रहा है. 54 लाख रुपये की लागत से रोडवेज बस्ती डिपो में यात्री शेड, प्रशासनिक भवन, बस स्टेशन, चालक विश्रामालय बनाए जाने हैं.
जानें क्या है पूरा मामला-
- बस्ती में विकास परिजनाओं पर भी अब मंदी का असर देखने को मिल रहा है.
- कार्यदायी संस्था ने आधे से अधिक कार्य कर दिया लेकिन बजट नहीं मिलने पर काम रोक दिया गया.
- रोडवेज बस्ती डिपो को नए सिरे से तैयार करने की योजना पर संटक के बादल मंडरा रहे हैं.
- स्वीकृति के बाद भी निदेशालय से धनराशि हस्तांतरित नहीं की गई. जिसके चलते कार्य अधर में लटका है.
- कार्यदायी संस्था ने निर्माण कार्य रोक दिया जिसके चलते सितंबर में पूर्ण होने वाला कार्य लटका है.
- 54 लाख रुपये की लागत से डिपो में यात्री शेड, प्रशासनिक भवन, बस स्टेशन बनाए जाने हैं.
परिसर को बड़ा करने के लिए डिपो और कार्यालय के बीच स्थित चार दीवारी को तोड़ा जाना है. कार्यदायी संस्था के द्वारा आधे से अधिक कार्य कर दिया गया है, लेकिन बजट नहीं मिलने पर संस्था ने काम रोक दिया है. इससे तय समय में निर्माण कार्य पूरा किए जाने की योजना फेल होती नजर आ रही है.
कार्य की स्वीकृति बहुत पहले मिल चुकी थी. अभी तक कार्यदायी संस्था को धनराशि हस्तांतरित नहीं हो पाई है, जिसके चलते काम रुका हुआ है. उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर जल्द बजट जारी करने के लिए कहा गया है. ताकि समय से निर्माण कार्य पूरा कराया जा सके.
-आरपी सिंह, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक