बस्ती: बसपा के पूर्व सांसद व बिहार के चुनाव प्रभारी लालमणि प्रसाद ने बसपा से इस्तीफा दे दिया है. बसपा पार्टी के नीतियों, रीतियो से असंतुष्ट होकर पूर्व सांसद ने पार्टी छोड़ दी है. उनका आरोप था कि बाबा साहब अंबेडकर, माननीय कांशीराम का मूमेंट वर्तमान पार्टी के विचारों से तालमेल नहीं हो पा रहा है. इससे पार्टी के कार्यकताओं और समर्थकों में असन्तोष की भावना बढ़ रही हैं. साथ ही यह भी कहा कि सपा-बसपा का गठबंधन टूटना दोनों पार्टियों के लिए घातक हो गया है.
- बसपा के पूर्व सांसद बिहार प्रान्त के चुनाव 2019 के प्रभारी कद्दावर नेता लालमणी प्रसाद ने बहुजन समाज पार्टी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है.
- लालमाणि प्रसाद बस्ती से एक बार बसपा से सांसद रह चुके है. 2019 में बिहार के प्रभारी बनाये जाने के बाद से लालमणी की जनपद में अपनी एक अलग पहचान है.
- पार्टी में पद मिला तो सभी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया. सांसद ने कहा कि बसपा की नीतियों और रीतियों से असंतुष्ट होकर पार्टी को छोड़ दिया है, क्योंकि बसपा अपना रास्ता भटक गयी है.
- बाबा साहब अंबेडकर, माननीय कांशीराम का मूमेंट वर्तमान पार्टी के विचारों से तालमेल नहीं बैठ रहा है. इससे कार्यकर्ताओ व पार्टी के फाउंडर मेम्बर को घुटन महसूस हो रही है.
- पार्टी के कार्यकताओं और समर्थकों में असन्तोष की भावना बढ़ रही है.
- सपा-बसपा गठबंधन सही हुआ था आगे इसका परिणाम मिलता पार्टी के सभी सदस्यों ने पूरे मनोयोग से कार्य किया, लेकिन अपेक्षाकृत सहयोग नहीं मिल पाया है.
- गठबंधन टूटना दोनों पार्टियों के लिए घातक हुआ है. बहन मायावती पर कमेंट करना उचित नहीं, लेकिन पार्टी जिस राह पर चल रही है यह सही नहीं है.
क्या दूसरी पार्टी में शामिल हो रहे है पूर्व सांसद
अपने सभी सदस्य और अपने समर्थकों के साथ बैठक करने के बाद ही कुछ निर्णय लेंगे. तब तक जनता और समर्थकों के साथ सेवा का काम करते रहेंगे.