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मौत को मात देकर मलबे से निकले मजूदर ने ईटीवी भारत से बयां किया दर्दनाक हादसे का वाकया

बरेली के फतेहगंज पश्चिमी में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब दो मंजिला मकान भरभरा कर गिर गया. जिससे मलबे में 3 मजदूर दब गए.

मौत को दी मात
मौत को दी मात
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Published : Sep 2, 2021, 7:12 PM IST

बरेलीः जिले में उस वक्त एक दर्दनाक हादसा हुआ जब दो मंजिला मकान भरभरा कर जमींदोज हो गया. इस दौरान उसके मलबे में 3 मजदूर दब गए. जिसके बाद 7 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद तीनों को मलबे से बाहर निकाला गया. जिसमें दो लोगों की मौत हो गई, जबकि एक की हालत गंभीर बनी हुई है. उसे इलाज के लिए बरेली के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं मौत को मात देकर मलबे से बाहर निकले मजदूर ने पूरी घटना ईटीवी भारत के साथ बयां की है.

बरेली के फतेहगंज पश्चिमी कस्बे में बेसमेंट की खुदाई चल रही थी कि इसी दौरान दो मंजिला मकान अचानक से बुधवार के दिन भरभरा कर जमींदोज हो गया. उस वक्त उसके बेसमेंट में तीन मजदूर काम कर रहे थे. जो मकान के मलबे के नीचे दब गए. बीच बाजार में हुए हादसे के बाद चारों ओर अफरा-तफरी मच गई. घटना की जानकारी मिलते ही फतेहगंज पश्चिमी थाने की पुलिस के साथ बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह साजवान, एसपी ग्रामीण राजकुमार अग्रवाल और प्रशासन के अधिकारियों ने एनडीआरएफ की टीम के साथ मलबे को हटाने का रेस्क्यू शुरू किया गया. जिसके बाद रेस्क्यू टीम ने 7 घंटे की कोशिश के बाद मलबे में दबे तीन मजदूरों को बाहर निकाला. जिसमें 2 मजदूर जाहिदा और धर्मेंद्र की मलबे में दबकर मौत हो गई. जबकि उनका एक साथी मजदूर शकील घायल हो गया. जिसे इलाज के लिए बरेली के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है. गुरुवार को मृतकों के शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा.

मजूदर ने ईटीवी भारत से बयां किया दर्दनाक हादसे का वाकया

मौत को मात देकर बाहर आए शकील ने घटना का पूरा वाकया ईटीवी भारत से बयां किया. मजदूर शकील ने बताया कि बुधवार को धर्मेंद्र और जाहिद दोनों मिस्त्री के साथ बेसमेंट में काम कर रहे थे. करीब 11 फीट गहरा बेसमेंट खोदा जा चुका था कि तभी अचानक पास वाला मकान तीनों के ऊपर गिर पड़ा. अचानक गिरे मकान के मलबे में तीनों दब गए और चारों ओर चीख पुकार मच गई. दो मंजिला मकान के मलबे में दबने की वजह से कोई उसकी आवाज नहीं सुन पा रहा था. जिसके बाद बेसमेंट के मलबे के नीचे दबे शकील ने अपने जेब में रखे मोबाइल फोन से अपने घर वालों को घटना की सूचना दी और लगातार अपने जीवित होने की बात कह कर जल्दी बाहर निकालने की गुहार लगाता रहा. कई घंटे तक मलबे के नीचे दबे रहने के बाद जिंदा बाहर निकले मजदूर शकील दोबारा से नया जीवन मिलने की बात कह रहे हैं और ऊपर वाले को धन्यवाद दे रहे हैं.

इसे भी पढ़ें- फिरोजाबाद में अबतक 36 बच्चे समेत 50 की मौत...फिर भी मोबाइल की रोशनी में इलाज

एसपी ग्रामीण राजकुमार अग्रवाल ने बताया की फतेहगंज पश्चिमी में बेसमेंट में काम के दौरान पास का दो मंजिला मकान गिर गया. जिससे मलबे में 3 मजदूर दब गए. सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर 7 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर मलबे में दबे तीनों मजदूरों को बाहर निकाल लिया. जिसमें से दो की मौत हो गई. जबकि एक का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी.

बरेलीः जिले में उस वक्त एक दर्दनाक हादसा हुआ जब दो मंजिला मकान भरभरा कर जमींदोज हो गया. इस दौरान उसके मलबे में 3 मजदूर दब गए. जिसके बाद 7 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद तीनों को मलबे से बाहर निकाला गया. जिसमें दो लोगों की मौत हो गई, जबकि एक की हालत गंभीर बनी हुई है. उसे इलाज के लिए बरेली के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं मौत को मात देकर मलबे से बाहर निकले मजदूर ने पूरी घटना ईटीवी भारत के साथ बयां की है.

बरेली के फतेहगंज पश्चिमी कस्बे में बेसमेंट की खुदाई चल रही थी कि इसी दौरान दो मंजिला मकान अचानक से बुधवार के दिन भरभरा कर जमींदोज हो गया. उस वक्त उसके बेसमेंट में तीन मजदूर काम कर रहे थे. जो मकान के मलबे के नीचे दब गए. बीच बाजार में हुए हादसे के बाद चारों ओर अफरा-तफरी मच गई. घटना की जानकारी मिलते ही फतेहगंज पश्चिमी थाने की पुलिस के साथ बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह साजवान, एसपी ग्रामीण राजकुमार अग्रवाल और प्रशासन के अधिकारियों ने एनडीआरएफ की टीम के साथ मलबे को हटाने का रेस्क्यू शुरू किया गया. जिसके बाद रेस्क्यू टीम ने 7 घंटे की कोशिश के बाद मलबे में दबे तीन मजदूरों को बाहर निकाला. जिसमें 2 मजदूर जाहिदा और धर्मेंद्र की मलबे में दबकर मौत हो गई. जबकि उनका एक साथी मजदूर शकील घायल हो गया. जिसे इलाज के लिए बरेली के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है. गुरुवार को मृतकों के शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा.

मजूदर ने ईटीवी भारत से बयां किया दर्दनाक हादसे का वाकया

मौत को मात देकर बाहर आए शकील ने घटना का पूरा वाकया ईटीवी भारत से बयां किया. मजदूर शकील ने बताया कि बुधवार को धर्मेंद्र और जाहिद दोनों मिस्त्री के साथ बेसमेंट में काम कर रहे थे. करीब 11 फीट गहरा बेसमेंट खोदा जा चुका था कि तभी अचानक पास वाला मकान तीनों के ऊपर गिर पड़ा. अचानक गिरे मकान के मलबे में तीनों दब गए और चारों ओर चीख पुकार मच गई. दो मंजिला मकान के मलबे में दबने की वजह से कोई उसकी आवाज नहीं सुन पा रहा था. जिसके बाद बेसमेंट के मलबे के नीचे दबे शकील ने अपने जेब में रखे मोबाइल फोन से अपने घर वालों को घटना की सूचना दी और लगातार अपने जीवित होने की बात कह कर जल्दी बाहर निकालने की गुहार लगाता रहा. कई घंटे तक मलबे के नीचे दबे रहने के बाद जिंदा बाहर निकले मजदूर शकील दोबारा से नया जीवन मिलने की बात कह रहे हैं और ऊपर वाले को धन्यवाद दे रहे हैं.

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एसपी ग्रामीण राजकुमार अग्रवाल ने बताया की फतेहगंज पश्चिमी में बेसमेंट में काम के दौरान पास का दो मंजिला मकान गिर गया. जिससे मलबे में 3 मजदूर दब गए. सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर 7 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर मलबे में दबे तीनों मजदूरों को बाहर निकाल लिया. जिसमें से दो की मौत हो गई. जबकि एक का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी.

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