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कोरोना ने बिगाड़े हालात तो दसवीं का छात्र सब्जी बेचने निकल पड़ा

कोरोना काल को आने वाले समय में लंबे समय तक याद किया जाएगा. गुजरे वक्त ने किसी ने अपने को खोया तो किसी ने अपने जज्बे और हिम्मत से दूसरों के लिए सीख भी दी. कुछ ऐसा ही मामला बरेली से सामने आया है, जहां एक परिवार के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया तो परिवार के दसवीं में पढ़ाई करने वाले छात्र श्रीराम ने किसी तरह कुछ पैसों का इंतजाम कर परिवार का पेट पालने के लिए सब्जी का ठेला लगाना शुरू कर दिया.

सवीं के छात्र ने उठाया परिवार का जिम्मा
सवीं के छात्र ने उठाया परिवार का जिम्मा
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Published : Jun 6, 2021, 5:41 PM IST

Updated : Jun 6, 2021, 6:25 PM IST

बरेली: वैश्विक महामारी कोरोना ने लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा कर दिया है. ऐसे में दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना लोगों को भारी पड़ रहा है. मगर ऐसे दौर में कुछ लोग मिसाल भी बन रहे हैं. जी हां, बरेली के कक्षा दस के एक छात्र ने जब देखा कि उसके घर के हालात बिगड़ते जा रहे हैं तो उसने किसी तरह एक तीन पहिए का रिक्शा खरीदा उसके बाद सब्जी की बिक्री कर अपने परिवार के 6 लोगों का पेट भरने की जुगत में लग गया.

सवीं के छात्र ने उठाया परिवार का जिम्मा
घर के मुखिया हैं बीमारदरअसल, बरेली के सुभाषनगर क्षेत्र के रहने वाले श्री राम के पिता झुम्मनलाल का अपना जूस काम था, राम के पिता का कहना है कि पिछले साल जब कोरोना महामारी का प्रकोप शुरू हुआ तो उनके काम को भी ग्रहण लग गया. झुम्मन कहते हैं कि पूरा साल किसी तरह कर्ज लेकर, रिश्तेदारों से उधारी लेकर काम चलाते रहे, लेकिन जब दूसरी लहर आई तो पहले से ही बेहद कमजोर और बीमार भी रहने लगे. जिस वजह से दो वक्त की रोटी का जुगाड़ भी नहीं हो पा रहा था.उधार लेकर श्री राम ने शुरू किया कामश्रीराम के पिता कहते हैं कि इसने अपने घर के सदस्यों को परेशान हालत में देख कर कहा कि वो अब अपने परिवार को भूखा नहीं रहने देगा. राम के पिता ने बताया कि कर्जा लेकर दस हजार रुपये में रिक्शा ली और दो हजार रुपये की सब्जी मंडी से लाए. अब राम दिन भर गली-गली जाकर सब्जियां बिक्री कर रहा है.पहली प्राथमिकता रोटी का इंतजाम श्री राम के पिता कहते हैं कि उनकी तबियत हालांकि सही नहीं रहती, लेकिन बेटे का हाथ बंटाने की कोशिश करते हैं. वहीं, राम ने बताया कि परिवार में कुल 6 सदस्य हैं. पढ़ाई किसी तरह हो पा रही थी, लेकिन अब उनकी प्राथमिकता अपने घर के सदस्यों के लिए रोटी का इंतजाम करना है. वो कहते हैं कि बाकी सब वक्त पर छोड़ दिया है.सरकार से उम्मीद श्री राम के पिता झुम्मन लाल का कहना है कि उन्हें अपने बेटे के फैसले पर दुख भी है और गर्व भी. क्योंकि वो स्वयं बीमार रहते हैं, उन्होंने बताया कि हालात बेहद खराब हैं. उनका कहना है कि सरकार मदद करे तो उन जैसे लोगों के हालात सुधर सकते हैं.

बरेली: वैश्विक महामारी कोरोना ने लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा कर दिया है. ऐसे में दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना लोगों को भारी पड़ रहा है. मगर ऐसे दौर में कुछ लोग मिसाल भी बन रहे हैं. जी हां, बरेली के कक्षा दस के एक छात्र ने जब देखा कि उसके घर के हालात बिगड़ते जा रहे हैं तो उसने किसी तरह एक तीन पहिए का रिक्शा खरीदा उसके बाद सब्जी की बिक्री कर अपने परिवार के 6 लोगों का पेट भरने की जुगत में लग गया.

सवीं के छात्र ने उठाया परिवार का जिम्मा
घर के मुखिया हैं बीमारदरअसल, बरेली के सुभाषनगर क्षेत्र के रहने वाले श्री राम के पिता झुम्मनलाल का अपना जूस काम था, राम के पिता का कहना है कि पिछले साल जब कोरोना महामारी का प्रकोप शुरू हुआ तो उनके काम को भी ग्रहण लग गया. झुम्मन कहते हैं कि पूरा साल किसी तरह कर्ज लेकर, रिश्तेदारों से उधारी लेकर काम चलाते रहे, लेकिन जब दूसरी लहर आई तो पहले से ही बेहद कमजोर और बीमार भी रहने लगे. जिस वजह से दो वक्त की रोटी का जुगाड़ भी नहीं हो पा रहा था.उधार लेकर श्री राम ने शुरू किया कामश्रीराम के पिता कहते हैं कि इसने अपने घर के सदस्यों को परेशान हालत में देख कर कहा कि वो अब अपने परिवार को भूखा नहीं रहने देगा. राम के पिता ने बताया कि कर्जा लेकर दस हजार रुपये में रिक्शा ली और दो हजार रुपये की सब्जी मंडी से लाए. अब राम दिन भर गली-गली जाकर सब्जियां बिक्री कर रहा है.पहली प्राथमिकता रोटी का इंतजाम श्री राम के पिता कहते हैं कि उनकी तबियत हालांकि सही नहीं रहती, लेकिन बेटे का हाथ बंटाने की कोशिश करते हैं. वहीं, राम ने बताया कि परिवार में कुल 6 सदस्य हैं. पढ़ाई किसी तरह हो पा रही थी, लेकिन अब उनकी प्राथमिकता अपने घर के सदस्यों के लिए रोटी का इंतजाम करना है. वो कहते हैं कि बाकी सब वक्त पर छोड़ दिया है.सरकार से उम्मीद श्री राम के पिता झुम्मन लाल का कहना है कि उन्हें अपने बेटे के फैसले पर दुख भी है और गर्व भी. क्योंकि वो स्वयं बीमार रहते हैं, उन्होंने बताया कि हालात बेहद खराब हैं. उनका कहना है कि सरकार मदद करे तो उन जैसे लोगों के हालात सुधर सकते हैं.
Last Updated : Jun 6, 2021, 6:25 PM IST
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