बरेली: शहर से करीब 50 किमी दूर एक ऐसी बस्ती है, जहां हर घर में सांप पाले जाते हैं. अधकटा ब्रह्मनान गांव के लोग इनकी रखवाली करते हैं. इनको पूजते हैं. इस गांव में करीब 250 घर हैं, जहां घरों में दरवाजे नहीं हैं. इनकी रखवाली की जिम्मेदारी इन्हीं सांपों पर होती है.
यहां रहने वाले ग्रामीण इन सांपों को अपने परिवार का ही सदस्य मानते हैं. बड़ों से लेकर बच्चे इनको अपना दोस्त मानते हैं. इनके साथ खेलते हैं.
गांव निवासी तेजपाल बताते हैं कि गांव में किसी भी घर में दरवाजा नहीं है. रात में इन सांपों को खुले में छोड़ देते हैं. इस वजह से चोर घर में नहीं घुस पाते हैं. यह परंपरा आज से नहीं बल्कि हमारे पूर्वजों के समय से चली आ रही है. इनसे हमें बिल्कुल भी डर नहीं लगता.
वहीं एक और ग्रामीण ने बताया कि कभी-कभी यह सांप काट भी लेते हैं, लेकिन हम लोगों के पास दवाई होती है. उसको लगा लेते हैं. हम लोग सांप की देखभाल करते हैं. उनको नहलाते भी हैं. उन्होंने बताया कि जब हमने आंख खोली तब से सांपों को अपने घरों में देख रहे हैं. नाग पंचमी के दिन इन सांपों की पूजा भी की जाती है.