बरेली: रुहेलखंड विश्वविद्यालय भी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ टीबी और कुपोषण को जड़ से मिटाने के अभियान से जुड़ गया है. विश्वविद्यालय ने 94 गांवों को गोद लिया है. इससे संबद्ध हर कॉलेज एक-एक गांव को गोद लेगा. कुलपति ने कहा है कि कॉलेज गांव गोद लेने के साथ ही टीबी के खिलाफ लड़ाई में भी साथ देंगे.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विश्वविद्यालय के सभी 500 कॉलेजों को एक- एक गांव गोद लेने और उनको सामाजिक सरोकार से जोड़ने की अपील की है. इस दौरान उन्होंने सिंगल यूज़ प्लॉस्टिक का प्रयोग को भी बंद करने को कहा. राज्यपाल ने ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाकर पर्यावरण को बचाने पर जोर दिया. इसमें शिक्षा को सामाजिक सरोकार से जोड़ने की बात कही गई.
रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय से संबद्ध 94 कॉलेजों ने 94 गांव गोद लिए हैं. यह संख्या 500 तक बढ़ाई जाएगी. इन गांवों में कुपोषण और टीबी मुक्त प्रयासों को विश्वविद्यालय आगे बढ़ाएगा. सभी गांवों में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएगा कि हर व्यक्ति को समय पर दवा मिले. उनकी ज़रूरतों को मद्देनज़र रखते हुए उनका इलाज किया जाएगा.
-अनिल शुक्ल, कुलपति, रुहेलखंड विश्वविद्यालय