बरेलीः जिले में लंपी स्किन वायरस का प्रकोप जारी है, जिससे निपटने के लिए पशुपालन विभाग की तरफ से बरेली जिले के लिए दो मोबाइल अस्पताल वैन भेजी गई थीं. लेकिन, ये दोनों मोबाइल अस्पताल वैन ड्राइवर और डॉक्टरों की कमी के चलते खड़ी-खड़ी धूल फांक रही हैं, जबकि बरेली में 9 गोवंशों में लंपी स्किन वायरस की पुष्टि हो चुकी है. इनका पशु चिकित्सकों द्वारा इलाज किया जा रहा है. वहीं, जिले में अब तक 24 हजार पशुओं को वैक्सीन लगाई जा चुकी है.
बरेली के मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी ने बताया कि लंपी स्किन वायरस को देखते हुए जिले में गोवंश को बेहतर इलाज देने के लिए सरकार की तरफ से दो मोबाइल अस्पताल वैन जिले को मिली हैं, जो आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं. इनका इस्तेमाल गोवंशों के बेहतर इलाज के लिए किया जाएगा.
आपको बता दें कि दोनों अस्पताल वैन पर न तो डॉक्टर तैनात और न ही अन्य स्टॉफ है. इसके कारण ये दोनों मोबाइल हॉस्पिटल वैन काफी दिनों से धूल फांक रही हैं. पशुपालकों को बेहतर इलाज देने के लिए उत्तर प्रदेश के पशुपालन विभाग की तरफ से 108 एंबुलेंस की तर्ज पर 1962 पशुओं की बीमारी के लिए हेल्पलाइन नंबर शुरू किया गया. जिसके लिए दो मोबाइल अस्पताल वैन को बरेली जिले में भेजा गया है. इनके संचालन की जिम्मेदारी एक निजी एजेंसी को दी गई थी. इसकी कुछ खामियों के चलते उसका टेंडर निरस्त कर दिया गया.
फिलहाल, यह बात सामने आ रही है कि नई कंपनी को इसका टेंडर दिया जाएगा. इसी के चलते अभी तक इन दोनों मोबाइल अस्पताल वैन पर किसी भी तरह का कोई स्टॉफ तैनात नहीं किया गया है. इसके चलते यह दोनों मोबाइल अस्पताल वैन बरेली के उपनिदेशक पशुपालन के ऑफिस में काफी दिनों से खड़ी हैं.
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