बरेली : बरेली पुलिस का मानवीय चेहरा देखने को मिला. दरअसल एक व्यक्ति की मौत के बाद पुलिस ने उसकी अर्थी को कंधा देकर श्मशान घाट पहुंचाया. इतना ही नहीं विधि-विधान के साथ पुलिस ने अंतिम संस्कार भी कराया. कोरोना के खौफ में मृतक के अंतिम संस्कार में सगे संबंधी नहीं आए. अकेली बुजुर्ग पत्नी ने पुलिस की मदद से पति का अंतिम संस्कार कराया.
लंबे समय से तबीयत खराब चल रही थी
जिले के थाना प्रेमनगर क्षेत्र के बीडीए कॉलोनी में रहने वाले विजय कुमार मेहंदी रता (65 वर्ष) अपनी पत्नी के साथ अकेले रहते थे. विजय कुमार की काफी लंबे समय से तबीयत खराब चल रही थी. उसी बीमारी के चलते बीते दिनों उनकी मौत हो गई. घर में पत्नी के अकेली होने के कारण उनके अंतिम संस्कार में दिक्कतें आ रही थीं. ना तो कोई रिश्तेदार और ना ही उनका कोई पड़ोसी अंतिम संस्कार में शामिल होने आ रहा था. अंत में विजय कुमार की पत्नी ने बरेली के प्रेम नगर थाने की पुलिस से पति के शव का अंतिम संस्कार कराने की अपील की. महिला की बात सुन तुरंत प्रेम नगर थाने के इंचार्ज अवनीश यादव पुलिस टीम के साथ विजय कुमार के घर पहुंच गए. उनके शव को हिन्दू रीति-रिवाज के साथ पुलिसकर्मियों ने कंधा दिया.
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जब काम न आए रिश्तेदार और पड़ोसी, तब मदद के लिए सामने आई पुलिस
विजय कुमार की मौत के बाद उनको कंधा देने के लिए ना तो उनका कोई पड़ोसी सामने आया, ना ही कोई रिश्तेदार. पत्नी की अपील पर थाना इंचार्ज अवनीश यादव, उ.नि. विजयपाल सिंह, चौकी प्रभारी कोहाड़ापीर समेत पुलिसकर्मियों ने विजय कुमार की अर्थी को श्मशान घाट पहुंचाया और उनका अंतिम संस्कार किया.