प्रयागराज: चीन में तेजी से फैल रहे ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (HMPV) के फैलने की चिंता महाकुंभ में भी संतों को सता रही है. भारत में अब-तक आठ केस मिले हैं. हालांकि केंद्रीय मंत्रालय ने एक अलर्ट जारी किया है, जिसमें लिखा है कि एचएमपीवी में सर्दी जुकाम के साथ ही निमोनिया और खांसी की समस्या हो रही है. लेकिन, महाकुंभ में किसी तरह का कोई संक्रमण न फैले, इसके लिए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने अपील जारी की है. परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा है कि अगर किसी साधु-संत में इस तरह के लक्षण दिखें तो वह अपने तंबू से बाहर न निकले.
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने सन्तों से अपील करते हुए कहा है कि अगर एडवाइजरी जारी हुई तो जरूर सख्त नियम बनाएंगे. रवींद्र पुरी ने कहा है कि किसी भी संत को अगर खांसी, बुखार, सर्दी होती है तो वो अपने तंबू में रहे, बाहर न निकले, क्योंकि ये संक्रमण है.
कहा है कि अगर शासन की ओर से ऐसी कोई एडवाइजरी जारी नहीं हुई है, इसलिए चिंता की बात नहीं है. मेले में आने वाले श्रद्धालुओं से भी अपील की है कि अगर किसी को भी खांसी, बुखार दिखे तो वह जांच जरूर कराए. क्योंकि यहां दुनिया का सबसे बड़ा मेला लगने वाला है.
बता दें कि इस महाकुंभ में देश-दुनिया से श्रद्धालु संगम की रेती पर श्रद्धा की डुबकी लगाने आते हैं. इस बीच साधु-संतों के बीच वायरस को लेकर चिंता बढ़ गई है. आगामी 13 जनवरी को महाकुंभ का पहला स्नान होगा और यह महाआयोजन अगले एक महीने से ज्यादा चलेगा.