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रुहेलखंड यूनिवर्सिटी के 17वें दीक्षांत समारोह में पहुंचीं राज्यपाल, बच्चों को किया सम्मानित

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Published : Sep 3, 2019, 11:45 AM IST

बरेली जिले के रुहेलखंड यूनिवर्सिटी के 17वें दीक्षांत समारोह समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल पहुंची. आनंदीबेन पटेल ने 85 मेधावी छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया.

रुहेलखंड यूनिवर्सिटी के 17वें दीक्षांत समारोह में पहुंचीं राज्यपाल.

बरेली: जनपद में रुहेलखंड यूनिवर्सिटी का 17वां दीक्षांत समारोह सोमवार को धूमधाम से मनाया गया. दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने की. परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि रहे. दीक्षांत समारोह में 85 मेधावी छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया. इसके साथ ही 20 छात्रों को पीएचडी डिग्री और 380 को डिग्री प्रदान की गई.

रुहेलखंड यूनिवर्सिटी के 17वें दीक्षांत समारोह में पहुंचीं राज्यपाल.

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का संबोधन-
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने कहा कि भारत को टीबी मुक्त बनाना है. इसके लिए उन्होंने राजभवन से अभियान छेड़ा है और 21 बच्चों को गोद लिया गया है, जिन्हे गुड़ और चना खिलाकर पोषित किया जाएगा. आनंदीबेन पटेल ने कहा कि यूनिवर्सिटी से संबद्ध सभी कॉलेज एक-एक गांव गोद लें, जिससे गांवों का शैक्षिक विकास सम्भव हो सकेगा. इसके साथ ही उन्होंने प्लास्टिक का उपयोग न करने और पानी बचाने का संकल्प लेने के लिए भी कहा.

परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि यह लोकतंत्र की ताकत है कि एक चाय बेचने वाले प्रधानमंत्री बने, कानपुर में टूटी-फूटी झोपड़ी में रहने वाले रहने वाले राष्ट्रपति बने. इस देश के लोकतंत्र की ताकत है कि एक किसान का बेटा उपराष्ट्रपति बनता है. एक ऐसे व्यक्ति जो सुबह साढ़े तीन बजे उठ जाते, नमाज पढ़ते, बच्चों को ट्यूशन पढ़ाते, फिर अखबार बेचते. इतना भी पैसा नहीं था कि स्कूल में पढ़ पाते, वह राष्ट्रपति बने. हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने संकल्पों के बल पर उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में अग्रसर हैं.

बरेली: जनपद में रुहेलखंड यूनिवर्सिटी का 17वां दीक्षांत समारोह सोमवार को धूमधाम से मनाया गया. दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने की. परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि रहे. दीक्षांत समारोह में 85 मेधावी छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया. इसके साथ ही 20 छात्रों को पीएचडी डिग्री और 380 को डिग्री प्रदान की गई.

रुहेलखंड यूनिवर्सिटी के 17वें दीक्षांत समारोह में पहुंचीं राज्यपाल.

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का संबोधन-
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने कहा कि भारत को टीबी मुक्त बनाना है. इसके लिए उन्होंने राजभवन से अभियान छेड़ा है और 21 बच्चों को गोद लिया गया है, जिन्हे गुड़ और चना खिलाकर पोषित किया जाएगा. आनंदीबेन पटेल ने कहा कि यूनिवर्सिटी से संबद्ध सभी कॉलेज एक-एक गांव गोद लें, जिससे गांवों का शैक्षिक विकास सम्भव हो सकेगा. इसके साथ ही उन्होंने प्लास्टिक का उपयोग न करने और पानी बचाने का संकल्प लेने के लिए भी कहा.

परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि यह लोकतंत्र की ताकत है कि एक चाय बेचने वाले प्रधानमंत्री बने, कानपुर में टूटी-फूटी झोपड़ी में रहने वाले रहने वाले राष्ट्रपति बने. इस देश के लोकतंत्र की ताकत है कि एक किसान का बेटा उपराष्ट्रपति बनता है. एक ऐसे व्यक्ति जो सुबह साढ़े तीन बजे उठ जाते, नमाज पढ़ते, बच्चों को ट्यूशन पढ़ाते, फिर अखबार बेचते. इतना भी पैसा नहीं था कि स्कूल में पढ़ पाते, वह राष्ट्रपति बने. हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने संकल्पों के बल पर उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में अग्रसर हैं.

Intro:

टीवी मुक्त भारत के लिए हर एक व्यक्ति एक-एक बच्चे को ले गोद- राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
चाय बेचने वाला, झोपड़ी में रहने वाला, किसान का बेटा, अखबार बेचने वाला राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति बना, ये इस देश की शिक्षा की और लोकतंत्र की ताकत है- परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती

रुहेलखंड यूनिवर्सिटी का 17वां दीक्षांत समारोह सोमवार को धूमधाम से मनाया गया। दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने की और परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती दीक्षांत समारोह ने मुख्य अतिथि रहे। दीक्षांत समारोह में 85 मेधावी छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही 20 को पीएचडी डिग्री और 380 को डिग्री प्रदान की गई। इस बार भी दीक्षांत समारोह में छात्राओं का बोलबाला रहा और 85 में से 56 गोल्ड मेडल छात्राओं को मिले।

Body:दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने कहा कि भारत को टीबी मुक्त बनाना है। इसके लिए उन्होंने राजभवन से अभियान छेड़ा है और 21 बच्चों को गोद लिया गया है जिन्हे गुड़ चना खिलाकर पोषित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी से संबद्ध सभी कॉलेज एक एक गाँव गोद लें जिससे गाँवों शैक्षिक विकास सम्भव हो सकेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि संकल्प लें कि प्लास्टिक का उपयोग नहीं करेंगे और पानी बचाने का संकल्प लें।

परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि ये लोकतंत्र की ताकत है कि कोई भी इन विद्यालयों में आया और जिसने समर्पित भाव से शिक्षा ग्रहण की तो इस शिक्षा की ताकत को देख सकते है कि एक चाय बेचने वाला प्रधानमंत्री बना, कानपुर में टूटी फूटी झोपड़ी में जो कि बरसात में बहती थी उसमें रहने वाले रहने वाले राष्ट्रपति बने, न गरीबी उन्हें रोक पाई न कोई मजबूरी उन्हें रोकपाई ये हमारे देश के राष्ट्रपति है। ये भी शिक्षा की इस देश के लोकतंत्र की ताकत है कि एक किसान का बेटा उपराष्ट्रपति बनते है। एक एयर राष्ट्रपति जो सुबह साढ़े तीन बजे उठ जाते नवाज पढ़ते, बच्चो को ट्यूशन पढ़ाते, फिर अखबार बेचते इतना भी पैसा नही था कि स्कूल में पढ़ पाते वो राष्ट्रपति बने। हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री जिस परिवार में पैदा हुए है मैंने देखा है लेकिन अपने संकल्पों के बल पर वो उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में अग्रसर है।

Conclusion:
बाइट- आनंदीबेन पटेल, राज्यपाल

बाइट-रुचि (टॉपर गोल्ड मेडलिस्ट)

सुनील सक्सेना
बरेली।
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