बाराबंकी: फर्जी कागजातों के आधार पर नौकरी पाने वाले परिषदीय स्कूलों के तीन शिक्षकों का खुलासा हुआ है. सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी, प्रयागराज द्वारा दी गई जांच रिपोर्ट के बाद तीनों फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है. यही नहीं, इन शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के भी आदेश दिए गए हैं.
क्या है पूरा मामला
- बीते वर्ष मई 2018 में जिले में 198 शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी.
- इन शिक्षकों के अभिलेखों की जांच प्रयागराज स्थित सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी से कराई गई.
- जांच में तीन शिक्षकों के कागजात फर्जी पाए गए.
इन शिक्षकों पर हुई कार्रवाई
- फर्जी कागजातों के सहारे नौकरी पाने वाले शोभित अवस्थी, अजय कुमार और ममता को बीएसए ने बर्खास्त कर दिया.
- विकासखंड हैदरगढ़ के प्राथमिक विद्यालय चिरैया में शोभित अवस्थी की तैनाती की गई थी.
- शोभित अवस्थी के टीईटी के अंक पत्र में रजनी देवी पुत्री अशोक कुमार का नाम दर्ज है.
- शोभित के अंकपत्र में प्राप्तांक 99 दर्ज हैं, जबकि रजनी देवी के प्राप्तांक 81 हैं.
- विकास खंड हैदरगढ़ के प्राथमिक विद्यालय भटगवां में शिक्षक के रूप में अजय प्रताप सिंह की तैनाती हुई थी.
- अजय के टीईटी के अंक पत्र की जांच में उसके अंकपत्र पर सावित्री राय का नाम दर्ज है.
- अजय का प्राप्तांक 93 है, जबकि सावित्री के नाम पर 79 प्राप्तांक दर्ज है.
- विकासखंड हरख के प्राथमिक विद्यालय करौरा में ममता की पहली नियुक्ति हुई थी.
- ममता के टीईटी के अभिलेखों की जांच कराई गई तो उनका भी अंकपत्र गलत पाया गया.
- रिपोर्ट आने के बाद बीएसए वीपी सिंह ने तीनों शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है.
- बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी को तीनों शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर कराने के आदेश दिए हैं.