बाराबंकी: पुलिस विभाग के कोरोना सेल में पिछले 6 महीने से सेवाएं दे रहे प्रभारी नसीम खां और उनकी टीम की सराहना करते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने सम्मानित किया है. लखनऊ जोन के एडीजी ने कोरोना सेल के कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर उनका मान बढ़ाया. बीते 6 महीनों में टीम नसीम ने डाटा संकलन से लेकर उच्चाधिकारियों को सूचनाएं प्रेषित करने में जरा भी लापरवाही नहीं बरती. नसीम की सराहना करते हुए पुलिस कप्तान ने बताया कि डाटा कम्पाइल कर उनको एनालाइज करने में नसीम की कार्यप्रणाली काबिलेतारीफ है.
23 मार्च को पुलिस विभाग में एंटी कोरोना सेल का गठन कर पुलिस कप्तान ने हेड कांस्टेबल नसीम खां को जिम्मेदारी सौंपी. इस सेल के पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी एडिशनल एसपी आरएस गौतम को सौंपी गई थी. मो. नसीम खां ने इस जिम्मेदारी को खुशी-खुशी कुबूल किया. उनकी टीम में सिपाही सर्वेश पांडे, सोनू गुप्ता, महिला सिपाही रजनी सिंह, स्वाती शर्मा, आनंद मोहन श्रीवास्तव, आलोक कुमार शामिल हैं. नसीम अपनी टीम के साथ लगातार काम कर रहे हैं.
टीम के क्या थे काम
- मार्च महीने के बाद प्रवासी मजदूरों का जब से आना शुरू हुआ, तब से टीम ने बसों और ट्रेनों से आये प्रवासी श्रमिकों का डाटा कलेक्ट कर उन पर नजर रखी.
- इस दौरान इन मजदूरों के खाने-पीने से लेकर उनको गंतव्य तक भेजने में टीम ने अहम भूमिका निभाई.
- कोरोना सेल के नम्बर पर आने वाले हर फोन को अटेंड कर नसीम पीड़ित की हर मुमकिन मदद करते थे.
- कोविड जांच के लिए रोजाना लिए जाने वाले सैम्पल की डिटेल को कम्पाइल कर उसकी रिपोर्ट शासन और पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों को भेजते थे.
- टीम जिले में पॉजिटिव पाए जाने वाले लोगों से बात कर उनके मनोबल को बढ़ाने का काम करती है.
- इसके साथ-साथ किसी को कोई परेशानी होने पर तुरंत सम्बंधित अधिकारियों को अवगत कराती है.
- टीम हॉटस्पॉट का निर्धारण कराने में मदद के साथ फायर विभाग से उस एरिया को सैनेटाइज कराती है.
इस दौरान पुलिस कप्तान के निर्देश पर कोविड नियमों और गाइडलाइंस का अनुपालन न करने पर कार्रवाई की गई, जिसका भी लेखा-जोखा कोविड सेल ने तैयार किया. इस दौरान बाराबंकी पुलिस द्वारा नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव व नियंत्रण के दृष्टिगत लॉकडाउन के सम्बंध में विभिन्न कार्रवाइयां की गईं.
इसी एक्ट/आईपीसी की धारा 188 के तहत कुल 2435 मामले पंजीकृत हुए. गाइडलाइंस के उल्लंघन पर 2430 मामले पंजीकृत हुए. वसूला गया जुर्माना 288250 रुपये है. वहीं बाइक की पिछली सीट पर पुरुष बैठाने पर 4651 का चालान और वसूला गया. जुर्माना 1080350 रुपये है. विभिन्न मामलों में वाहनों का 70184 चालान, सीज वाहन 253 और 5073700 रुपये जुर्माना ऑनलाइन जमा कराया गया. पान, मसाला और शराब पीने पर शहरी क्षेत्र में 34 आईपीसी और ग्रामीण क्षेत्र में 290 आईपीसी के तहत 2020 चालान, मास्क न लगाने पर 26378 का चालान और वसूला गया जुर्माना 2724750 रुपये है. इधर-उधर थूकने पर 1775 का चालान कर 183500 रुपये जुर्माना वसूला गया.